बॉलीवुड में अंग्रेजो का किरदार निभाने वाले मशहूर एक्टर और थिएटर आर्टिस्ट 'टॉम आल्टर' का शुक्रवार रात निधन हो गया है. टॉम को दर्शक उनके नाम से कम लेकिन एक 'अंग्रेज कलाकर' के नाम से जरूर जानते है. जहा बॉलीवुड फिल्मों में किसी अंग्रेज के किरदार की बात आती तो सभी के दिमाग में एक ही चेहरा याद आता था वह है 'टॉम आल्टर'. हिंदी और अंग्रेजी भाषा के साथ-साथ टॉम की उर्दू भाषा में भी अच्छी पकड़ थी. अंग्रेज होने के बावजूद टॉम के मुँह से हिंदी भाषा की शुद्धता झलकती थी. टॉम ऑल्टर का जन्म वर्ष 1950 में मसूरी में हुआ था. वे भारत में तीसरी पीढ़ी के अमेरिकी थे. उन्होंने वूडस्टॉक स्कूल में पढ़ाई की और इसके बाद वे 18 वर्ष की उम्र में येल यूनिवर्सिटी में पढने गए लेकिन वहां उनका मन नहीं लगा, और वह बीच में ही पढ़ाई छोड़कर वापिस आ गए. उसके बाद टॉम कई वर्षो तक भटकते रहे. उन्होंने कई शहरो में नौकरी भी की लेकिन वहां भी उनका मन नहीं लगा. इसके बाद हरियाणा के जगधरी में वह करीब छह महीने रहे, जहां वह सेंट थॉमस स्कूल में शिक्षक थे. वही रहकर टॉम ने हिंदी फिल्मे देखना शुरू की. टॉम ने अपने करियर में अब तक 300 से ज्यादा फिल्मे और कई टीवी शो किये है. टॉम ने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत वर्ष 1976 में फिल्म 'चरस' से की थी. जिसके बाद उन्होंने शतरंज के खिलाड़ी, देश-परदेश, क्रांति, गांधी, राम तेरी गंगा मैली, कर्मा, सलीम लंगड़े पे मत रो, परिंदा, आशिकी, जुनून, परिंदा, वीर-जारा, मंगल पांडे जैसी फिल्मे की. पद्मश्री अवार्ड से भी नवाज़े जा चुके टॉम की आखरी फिल्म साल 2017 में आई 'सरगोशियां' थी. इस दौर में टॉम की एक यादगार बात है, "मैं कोई गोरा नहीं, बल्कि एक देसी आदमी हूं और मुझे भारत में धर्मनिरपेक्षता यहां की सबसे अच्छी बात लगती है." बॉलीवुड और हॉलीवुड से जुडी चटपटी और मज़ेदार खबरे, फ़िल्मी स्टार की जिन्दगी से जुडी बातें, आपकी पसंदीदा सेलेब्रिटी की फ़ोटो, विडियो और खबरे पढ़े न्यूज़ ट्रैक पर नहीं रहे अभिनेता टॉम आल्टर.... हैप्पी बर्थडे 'शान' : अपनी सुरीली आवाज में शान से गाने वाले गायक जानिए कौन-कौन है बिगबॉस-11 के सदस्य...