दिल्ली: केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और शिवराज सिंह की जोड़ी 2 चुनाव जिता चुकी है। अब शिवराज सिंह की तीसरी पारी की तैयारियां चल रहीं हैं। प्रदेश अध्यक्ष के लिए नए नाम की तलाश में करीब 1 साल बीत गया परंतु ऐसा कोई नेता नहीं मिला जो आरएसएस, अमित शाह और शिवराज सिंह तीनों की पसंद हो। यही कारण है कि नंदकुमार सिंह चौहान कुर्सी पर बने हुए हैं परंतु सुगबुगाहट है कि नरेंद्र सिंह तोमर को तीसरी बार प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी देने की तैयारियां चल रहीं हैं। नरेंद्र सिंह तोमर पहले ही मप्र की राजनीति में अपनी रुचि दर्ज करा चुके हैं। दिल्ली में सीएम शिवराज सिंह, नरेंद्र तोमर से मिलने पहुंचे। माना जा रहा है कि यह मुलाकात अमित शाह के इशारे पर हुई है। दिनभर सोशल मीडिया पर भी इस बारे में चर्चा जारी रही। तोमर से मिलने के बाद मुख्यमंत्री चौहान ने मीडिया से कहा कि वे नरेंद्र सिंह तोमर से गप्पे लड़ाने आए थे। माना यह भी जा रहा है कि नरेंद्र सिंह तोमर को केंद्रीय मंत्री रहते हुए प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी जा सकती है। इससे पहले मुख्यमंत्री चौहान के राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ मुलाकात के बाद दिल्ली दौरे से मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें चल पड़ी थी। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की। नरेंद्र सिंह तोमर के बारे में: नरेंद्र सिंह तोमर मोदी मंत्रिमंडल में केंद्रीय खनन मंत्री हैं। मुंशी सिंह तोमर नामक किसान के घर में 12 जून 1957 को मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के एक गांव में हुआ था। उन्‍होंने स्नातक की शिक्षा ग्रहण की और इस दौरान छात्र संघ के अध्‍यक्ष भी रहे। इसके बाद वे ग्‍वालियर नगर निगम के पार्षद पद पर निर्वाचित किए गए। 1977 में भारतीय जनता युवा मोर्चा के मंडल अध्‍यक्ष नियुक्‍त हुए। 1999 में पहली बार प्रदेश के मुरैना संसदीय क्षेत्र से तोमर निर्वाचित हुए इसके पहले प्रदेश से वे राज्‍यसभा सदस्‍य थे। 2008 में तोमर भाजपा के प्रदेशाध्‍यक्ष पद के लिए निर्वाचित हुए और 15 जनवरी 2009 में राज्‍यसभा सदस्‍य चुने गए। 2012 में वे फिर से पार्टी के प्रदेशाध्‍यक्ष चुने गए। 2014 में संपन्‍न हुए लोकसभा चुनाव में ग्‍वालियर सीट से सांसद चुने गए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैबिनेट में शामिल हो गए। नरेंद्र सिंह तोमर तीसरी बार होंगे मप्र बीजेपी अध्यक्ष पद पर आसीन ! राज्यसभा के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों की सूची हार के बाद मायावती ने कहा, बीजेपी मेरी हत्या कराना चाहती है