नई दिल्ली: मोबाइल इंडस्ट्री में नित नई तकनीकें और सुविधाएं आ रही हैं, जैसे वॉइस चैट, वीडियो कालिंग आदि. लेकिन इन सब तकनीकों के बाद, आज भी कई बार उपभोक्ता के मुंह से यह वाक्य निकल ही जाता है कि, "नेटवर्क नहीं मिल रहा है". यह नेटवर्क न मिलने की कहानी तो पुरानी ही है. पहले जब कोई G नहीं था, तब भी नेटवर्क नहीं मिलता था और आज 4G के बाद भी नेटवर्क सम्बन्धी परेशानियां हल नहीं हो रही हैं. इसीलिए चीन की इनफॉर्मेशन टेक्नॉलॉजी मंत्रालय ने ऐलान किया है कि अब नेक्स्ट जेनेरशन मोबाइल कम्यूनिकेशन नेटवर्क 6G डेवेलपमेंट की शुरुआत की जाएगी.13वें नेशनल पीपल कांग्रेस के दौरान चीनी इंडस्ट्री एंड आईटी मंत्री मिआओ वी ने कहा है कि इंटरनेट ऑफ थिंग्स के लिए ज्यादा बेहतर और योग्य मोबाइल नेटवर्क की जरूरत है, इसलिए अब 6G टेक्नॉलॉजी का डेवेलपमेंट किया जाएगा. चीन मंत्री ने कहा कि, भविष्य में हम ड्राइवरलेस कार लाने कि सोच रहे हैं, ऐसे में हमें तेज़ नेटवर्क की जरुरत होगी. हालांकि, अभी 5G पर काम किया जाना बाकी है और हुआवे और जीटीई जैसी चीनी कंपनियां तेजी से 5G टेक्नॉलॉजी पर काम कर रही हैं. 5G की बात करें तो इस टेक्नॉलॉजी के तहत मौजूदा स्पीड के मुकाबले 20-50 टाइम ज्यादा तेज कनेक्टिविटी मिलेगी. फिर आया बीएसएनएल का 'लूट लो' ऑफर, लेकिन सीमित समय के लिए पेश हुआ huawei Y9 (2018) नया रेडमी 5, मार्च 14 तक भारत में