बॉलीवुड के लिए, 1970 का दशक एक सुनहरा दशक था, जिसमें उत्कृष्ट फिल्मों की बाढ़ आई जिसने दर्शकों का दिल जीता और बॉक्स ऑफिस रिकॉर्ड तोड़ दिए। ये फिल्में भारतीय सिनेमा के इतिहास में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली कृतियों में से कुछ बन गईं, न केवल उन्हें मिली आलोचनात्मक प्रशंसा के कारण, बल्कि उनकी असाधारण व्यावसायिक सफलता के कारण भी। 1. शोले (1975) एक है। रमेश सिप्पी निर्देशित फिल्म 'शोले' को आज भी बॉलीवुड इतिहास में क्लासिक माना जाता है। इस एक्शन-एडवेंचर फिल्म में वीरू (धर्मेंद्र) और जय (अमिताभ बच्चन) नाम के दो पूर्व दोषियों को दिखाया गया था, जिन्हें सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी ठाकुर बलदेव सिंह (संजीव कुमार) ने रामगढ़ के काल्पनिक गांव में क्रूर डकैत गब्बर सिंह (अमजद खान) को पकड़ने के लिए काम पर रखा था। फिल्म के आकर्षक संवाद, प्यारे पात्र और क्लासिक संगीत दर्शकों से जुड़े और इसे अब तक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक बनने में मदद की। 2. बॉबी (1973) ऋषि कपूर और डिंपल कपाड़िया ने राज कपूर की फिल्म 'बॉबी' से भारतीय सिनेमा में कदम रखा था। युवा लोग फिल्म की मीठी प्रेम कथा, आकर्षक संगीत और आने वाली युवा प्रतिभा की ओर आकर्षित हुए, जिसने इसकी भारी बॉक्स ऑफिस सफलता में योगदान दिया। 1970 के दशक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक बनने के अलावा, "बॉबी" ने ऋषि कपूर को रोमांटिक लीड के रूप में प्रसिद्ध कर दिया। 3. अमर अकबर एंथनी (1977) मनमोहन देसाई द्वारा निर्देशित एक्शन, कॉमेडी और मल्टी-स्टारर फिल्म 'अमर अकबर एंथनी' में इन तीनों को प्रभावी ढंग से शामिल किया गया है। अमिताभ बच्चन, विनोद खन्ना और ऋषि कपूर फिल्म के प्रभावशाली कलाकारों में से थे, जिन्होंने तीन भाइयों की भूमिका निभाई, जो बचपन में अलग हो गए थे और बाद में असामान्य परिस्थितियों में फिर से मिल गए। फिल्म को आम जनता द्वारा काफी पसंद किया गया था और अपने आकर्षक कथानक और हिट गीतों के कारण दशक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली तस्वीरों में से एक बन गई। 4. रोटी कपड़ा और मकान (1974) मनोज कुमार निर्देशित फिल्म 'रोटी कपड़ा और मकान' ने वर्ग संघर्ष, बेरोजगारी और गरीबी जैसे सामाजिक विषयों को संबोधित किया था। अमिताभ बच्चन, मनोज कुमार, जीनत अमान और शशि कपूर अभिनीत इस फिल्म को दर्शकों ने अपने उत्तेजक प्रदर्शन और मजबूत सामाजिक संदेश के लिए खूब सराहा। बॉक्स ऑफिस पर इसकी लोकप्रियता ने इसे 1970 के दशक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक बना दिया। 5. दीवार (1975) यश चोपड़ा द्वारा निर्देशित 'दीवार' दो भाइयों विजय (अमिताभ बच्चन) और रवि (शशि कपूर) पर आधारित है। फिल्म की शानदार बॉक्स ऑफिस सफलता में एक प्रमुख कारक इसका सम्मोहक कथानक, मार्मिक संवाद और अमिताभ बच्चन का महान प्रदर्शन था। बॉलीवुड के 'एंग्री यंग मैन' के रूप में अमिताभ बच्चन की प्रतिष्ठा 'दीवार' की सफलता से मजबूत हुई, जो न केवल 1970 के दशक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक बन गई। 6. मुकद्दर का सिकंदर (1978) प्रकाश मेहरा द्वारा निर्देशित प्रेम ड्रामा 'मुकद्दर का सिकंदर' में अमिताभ बच्चन ने स्ट्रीट-स्मार्ट अनाथ सिकंदर की भूमिका निभाई थी, जो गरीबी को पार कर एक समृद्ध और सफल व्यक्ति बन जाता है। फिल्म का चलता-फिरता कथानक, विचारोत्तेजक स्कोर और अमिताभ बच्चन द्वारा दिल दहला देने वाला प्रदर्शन दर्शकों से जुड़ा और इसे 1970 के दशक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक बनने में मदद की। 7. डॉन (1978) चंद्रा बारोट निर्देशित एक्शन से भरपूर क्राइम थ्रिलर 'डॉन' में अमिताभ बच्चन ने आकर्षक गैंगस्टर डॉन और सिंपलटन विजय दोनों का किरदार निभाया था। 'डॉन' की बॉक्स ऑफिस पर सफलता से बॉलीवुड के निर्विवाद रूप से शीर्ष स्टार के रूप में अमिताभ बच्चन की स्थिति मजबूत हुई। 8. चुपके चुपके (1975) हृषिकेश मुखर्जी की अद्भुत कॉमेडी 'चुपके चुपके' एक नवविवाहित पत्नी (धर्मेंद्र) के बारे में थी, जो अपने ससुराल वालों और दोस्तों पर व्यावहारिक चुटकुले खींचती है। धर्मेंद्र, शर्मिला टैगोर और अमिताभ बच्चन सभी ने उत्कृष्ट प्रदर्शन दिया, और हृषिकेश मुखर्जी के कुशल निर्देशन ने फिल्म को भीड़ का पसंदीदा बनने में मदद की। अपने युग की सर्वश्रेष्ठ कॉमेडी में से एक, "चुपके चुपके" ने वित्तीय सफलता का एक बड़ा सौदा प्राप्त किया। 9. रोटी (1974) राजेश खन्ना और मुमताज अभिनीत सामाजिक ड्रामा 'रोटी' न्याय और सामाजिक अन्याय के मुद्दों पर केंद्रित है। जनता ने राजेश खन्ना द्वारा अपने परिवार के लिए न्याय मांगने वाले एक व्यक्ति के चित्रण के लिए अनुकूल प्रतिक्रिया दी, जिससे "रोटी" 1970 के दशक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक बन गई। फिल्म को अपने सम्मोहक कथानक और भावनात्मक गहराई के लिए आलोचकों से भी प्रशंसा मिली। 10. 1972 से अमर प्रेम शक्ति सामंत की दिल को छू लेने वाली रोमांस ड्रामा 'अमर प्रेम' ने प्रेम, बलिदान और सामाजिक स्वीकृति की अवधारणाओं की जांच की। राजेश खन्ना और शर्मिला टैगोर के बिछड़े प्रेमियों के किरदार से दर्शक काफी प्रभावित हुए और इसने 'अमर प्रेम' को बॉक्स ऑफिस पर सफल बनाने में मदद की। फिल्म के लिए आर.डी. बर्मन के विचारोत्तेजक स्कोर ने इसकी अपील को बढ़ाया और इसे 1970 के दशक की एक कालातीत कृति बनने में मदद की। निस्संदेह, 1970 का दशक बॉलीवुड के लिए एक "स्वर्ण युग" था, जिसमें कई प्रसिद्ध फिल्में सिनेमाघरों में हिट हुईं और अपने युग की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली तस्वीरें बन गईं। इन फिल्मों ने न केवल कलाकारों और निर्देशकों की असाधारण प्रतिभा को प्रदर्शित किया, बल्कि उन्होंने भारतीय सिनेमा के विकास पर भी बड़ा प्रभाव डाला। बॉलीवुड के स्वर्ण युग का जादू और आकर्षण इन कालातीत फिल्मों में संरक्षित है, जिसका फिल्म प्रेमियों की पीढ़ियां दशकों बाद भी आनंद लेती हैं और जश्न मनाती हैं। एक्टिंग छोड़ 'जन्नत' पहुंची सामंथा, तस्वीरें देख फैंस हो 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