इंदौर/ब्यूरो। जिला कलेक्टर मनीष सिंह ने स्कूल शिक्षा विभाग के एक ऐसे भृत्य को कलेक्टर कार्यालय को निर्वाचन शाखा में अटैच कर दिया है जो विभाग के कर्मचारियों पर दबाव बनाता था और खुद को कलेक्टर का बहुत करीबी बताता था। बताया जाता है कि स्कूल शिक्षा विभाग में प्रायवेट स्कूलों की मान्यता के नवीनीकरण को लेकर जमकर वसूली किए जाने की शिकायतें लगातार कलेक्टर मनीष सिंह को मिल रही थी। इसके चलते पिछले दिनों कलेक्टर मनीष सिंह ने जिला शिक्षा अधिकारी मंगलेश व्यास को अपने कार्यालय तलब किया था और स्कूलों की मान्यता जल्द से जल्द नवीनीकृत किए जाने के आदेश दिए थे । कलेक्टर ने इस मामले में बुधवार को मान्यता विभाग के प्रभारी सचिन तिवारी पर कार्यवाही करते हुए उसे निर्वाचन विभाग में अटैच कर दिया था। प्राइवेट स्कूलों के संचालकों ने गुरुवार को कलेक्टर को पुनःजानकारी दी कि मान्यता मामले में वसूली का असली राजदार यहां का भृत्य फरीद खान है। जिस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है। इसे देखते हुए कलेक्टर मनीष सिंह ने कल गुरुवार को भृत्य फरीद खान को भी निर्वाचन शाखा में अटैच कर दिया है । निलंबन की कार्यवाही से कर्मचारी को घर बैठे 50% वेतन मिलता रहता है इसलिए इन दोनों पर निलंबन की कार्यवाही न करते हुए इन्हें निर्वाचन शाखा में भेजा गया है। बस एक बार करें चार्ज और पूरा करें मीलों का सफर यूरिन में दिखने लगे ये संकेत तो हो सकता है प्रोस्टेट कैंसर बिपाशा के बेबी बंप से बात करते दिखे करण, वीडियो वायरल