लॉकडाउन में बर्बाद हुआ पर्यटन उद्योग, 12 करोड़ नौकरियों पर मंडराया संकट

नई दिल्ली: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कहर से पूरी दुनिया में कोहराम मचा हुआ है. पूरी दुनिया में कारोबारी गतिविधियों पर बहुत नकारात्मक असर पड़ा है. ऐसे में पर्यटन उद्योग का भी वायरस के असर से बच पाना बेहद मुश्किल है. कोरोना के कारण वैश्विक पर्यटन उद्योग पूरी तरह नष्ट हो गया है.

यूनाइटेड नेशंस (UN) के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि इस महामारी के कारण पर्यटन उद्योग को इस साल के पहले पांच महीनों में 320 अरब डॉलर के एक्सपोर्ट का नुकसान हुआ है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पर्यटन उद्योग में 12 करोड़ नौकरियों पर संकट मंडरा रहा हैं. गुतारेस ने वीडियो संबोधन में कहा कि पर्यटन, ग्लोबल इकॉनमी का ईंधन और रसायन के बाद तीसरा सबसे बड़ा निर्यात क्षेत्र है.

 इससे पहले 2019 में वैश्विक व्यापार में इसका हिस्सा सात फीसद रहा था. संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि धरती पर प्रत्येक 10 में से एक व्यक्ति को इस सेक्टर में रोज़गार मिला हुआ है. उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र केवल अर्थव्यवस्थाओं को आगे बढ़ने में ही सहायता नहीं करता, बल्कि इसके माध्यम से लोगों को दुनिया की संस्कृति को जानने तथा प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद उठाने का मौका भी मिलता है। इसके माध्यम से लोगों को एक-दूसरे को जानने का अवसर भी मिलता है.

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