आज के समय में कई ऐसी खबरें हैं जो ट्रेंड कर रहीं है। ऐसी ही एक खबर है एक बस ऑपरेटर की। जी दरअसल केरल के टूरिस्ट बस ऑपरेटर्स की आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गई है और अब आलम यह है कि एक बस ऑपरेटर अपनी बस को 45 रुपए प्रति किलोग्राम के भाव से बेचना चाहता है। जी हाँ हम बात कर रहे हैं केरल के कोच्चि जिले के एक बस ऑपरेटर की, जो अपनी बसों को महज 45 रुपए प्रति किलोग्राम के भाव से बेच रहा है। आप सभी को बता दें कि वह ऐसा खुद को कर्ज के दलदल से बाहर निकालने के लिए कर रहा है। आप सभी को बता दें कि एर्नाकुलम में रॉय टूरिज्म के मालिक रॉयसन जोसेफ ने अपना ये दर्द सोशल मीडिया के माध्यम से साझा किया है। इसी के साथ उन्होंने कांट्रेक्ट कैरिज ऑपरेटर्स एसोसिएशन केरल के टूरिस्ट बस मालिकों के संघ को फेसबुक पोस्ट कर कहा कि वह अपनी बसों को 45 रुपए प्रति किलो के स्क्रैप रेट पर बेचना चाहते हैं। बीते शुक्रवार के दिन रॉयसन ने फेसबुक पोस्ट साझा कर कहा कि, 'केरल में टूरिस्ट बस इंडस्ट्री की हालत बेहद खराब है। आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई है। अब मेरे सामने मरने जैसे हालात पैदा हो गए हैं। कोरोना महामारी ने बिजनेस बहुत अधिक प्रभावित किया है। इसके चलते मैं बीते वर्ष भी अपनी 20 में से 10 बसें बेच चुका हूँ।' इसी के साथ रॉयसन जोसेफ ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि 'अब जिंदगी जीना भी मुश्किल हो रहा है। फाइनेंसरों और कर्जदाताओं का भुगतान नहीं हो पा रहा है। वर्तमान में मैं जिन हालातों से गुजर रहा हूँ वही हाल देश के और भी कई लोगों का है। अब मेरे पास तुरंत अपनी 3 बसों को कबाड़ के भाव बेचने के अलावा कोई चारा नहीं है। मैं अपने कर्जों का भुगतान समय पर नहीं कर पा रहा हूं।' इसके अलावा जोसेफ ने यह भी बताया बस को चलाने के लिए 40 हजार रुपए टैक्स और 75 हजार रुपए इंश्योरेंस देना होता है। वहीं कर्मचारियों की सैलरी, बस का मेंटनेंस और अन्य खर्चों के बाद अपनी जीविका चलाना भी कठिन हो गया है। इसी के साथ उन्होंने कहा, 'सरकार ने बस मालिकों की सहायता का जो वादा किया था वह अभी तक पूरा नहीं किया। हमे बैंक की ओर से भी कोई राहत नहीं दी जा रही है।' न चिकित्सकीय सलाह-न दवाई-न योगा, जानिए कैसे 9 महीने में ASI ने घटाया 48 किलो वजन Video: महिला ने खाया 100 साल पुराना अंडा और फिर... रात के समय इस एक काम को करने से झटके में कम होगा वजन, जानिए क्या?