नई दिल्ली। विमानों में उड़ान के दौरान यात्रियों के लिए ब्राडबैंड कनेक्टिविटी की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए, भारतीय दूरसंचार प्राधिकरण (ट्राई) दिसंबर के अंत तक इन-फ्लाइट कनेक्टिविटी को लेकर अपनी बहुप्रतीक्षित सिफारिशों को जारी करेगी। सरकारी संस्थानों एवं वित्तीय संस्थानों सहित कॉर्पोरेट जगत को वृहद स्तर पर अत्याधुनिक वाई-फाई सेवा देने वाली कंपनी मोजो नैटवक्र्स ने देश में क्लाऊड आधारित वाई-फाई नैटवर्क का विस्तार करने की योजना बनाई है। ट्राई के अध्यक्ष आर.एस. शर्मा ने कहा कि दूरंसचार विभाग को शीघ्र ही सिफारिशें भेजी जाएंगी। कंपनी का कहना है कि वाई-फाई की क्लाऊड आधारित प्रौद्योगिकी पारंपरिक वाई-फाई सेवाओं की तुलना में अधिक सुरक्षित तथा सहज है। मोजो नेटवर्क के सह-संस्थापक एवं अध्यक्ष किरण देशपांडे ने कहा, ‘‘कंपनी का लक्ष्य देश में वृहद स्तर पर इस तरह की क्लाऊड आधारित वाई-फाई सेवा मुहैया करानी है। हालांकि, उन्होंने विमान में वाई-फाई कनेक्टिविटी पर सिफारिशों के बारे में अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया। इन-फ्लाइट कनेक्टिविटी (आईएफसी) की बढ़ती मांग को देखते हुए ट्राई ने सितंबर में एक परामर्श पत्र जारी किया था, जिसमें इन उद्योग के हितधारकों से परामर्श मांगा था कि किस तरह की आईएफसी सेवाओं को भारत में अनुमति देनी चाहिए। इससे पहले सैटकॉम पर आयोजित इस सम्मेलन में उन्होंने कहा कि ट्राई विमान में कनेक्टिविटी के लिए वृहद पैरामीटर तय करेगा जिससे अभी घरेलू एयरलाइंस वंचित हैं। फैक्ट्री उत्पादन में गिरावट दर्ज अब 31 मार्च तक बैंक खातों को आधार से जोड़ा जा सकेगा सरल हो गया जीएसटी रिटर्न भरना