सतना: यहाँ पर ट्रैन की टक्कर से एक बाघ की मौत का मामला सामने आया है, जिसमे मझगवां के पास चितहरा के जंगल में एक बाघ की ट्रेन की टक्कर से मौत हो गई. बाघ की मौत की सुचना के बाद वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर बाघ के शव को जब्त किया. वही बाघ के शव को सतना वन मंडल लाया गया. वही पोस्टमार्टम के बाद सौनोरा में बाघ का अंतिम संस्कार किया गया. बताया गया है कि रात करीब 10 बजे महाकौशल एक्सप्रेस के चालक ने स्टेशन मास्टर को सुचना दी थी. जिसके बाद वन विभाग कि टीम को सूचित किया गया. जब तक वन विभाग कि टीम मोके पर पहुंची तब तक बाघ कि मौत हो चुकी थी. ट्रेन की टक्कर से जिस बाघ की मौत हुई है, अभी तक उसकी पहचान वन विभाग नहीं कर सका है. इसका सबसे बड़ा कारण है कि सतना वन परिक्षेत्र में बाघ नहीं है. वही पन्ना टाइगर रिजर्व व रानीपुर अभ्यारण के बाघ कई बार सतना में मुवमेंट करते हैं. कहा जा रहा है कि बाघ भी इसी तरह यहाँ तक पहुंचा होगा. सतना वन विभाग ने उसकी फोटो दोनो जगह भेजी है, ताकि लाइब्रेरी के रिकार्ड से मिलान कर बाघ की पहचान की जा सके. सड़क पर आया जंगल का राजा