बॉलीवुड के चर्चित निर्देशकों में शुमार हमारे प्रकाश झा जो के अपनी फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माई बुर्का' लेकर आए है व बता दे कि, किस प्रकार से फिल्म पर सेंसर बोर्ड ने अपनी टेड़ी नजर लगाते हुए फिल्म को सर्टिफिकेट देने से भी मना कर दिया था जिसके बाद बॉलीवुड के कई फिल्मकारों ने भी इसका पुरजोर होकर विरोध किया था. सेंसर बोर्ड के चीफ पहलाज निहलानी का भी जबरदस्त विरोध भी किया था. अब भले ही यह फिल्म यहाँ पर विरोध झेल रही है लेकिन यह फिल्म कही और पर काफी सुर्खियां व अवार्ड समेट रही है. परन्तु अब इस फिल्म के बारे में आशा की किरण दिखाई दे रही है. जी हाँ, सुनने में आया है कि पूर्व में ग्लासगो इंटरनैशनल फिल्म फेस्टिवल में तीसरे ऐनुअल ऑडियंस अवॉर्ड व दुनिया के कई अवॉर्ड जीत चुकी फिल्म निर्माता-निर्देशक प्रकाश झा के प्रोडक्‍शन में बनी फिल्‍म 'लिपस्टिक अंडर माई बुर्का' ने पूर्व में फिल्म सर्टिफिकेशन अपीलेट ट्रिब्यूनल का दरवाजा खटखटाया था. तथा द फिल्म सर्टिफिकेशन अपेलेट ट्रिब्यूनल (FCAT एफसीएटी) की ओर से सेंसर बोर्ड को निर्देश दिया गया है कि कॉन्ट्रोवर्शल हिन्दी फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माय बुर्का' के कुछ सेक्स सीन को कट करने साथ इसे 'ए' सर्टिफिकेट दे दिया जाए. फिल्म के बारे में अब यह धारणा भी ख़ारिज हो गई है कि इस फिल्म में महिलाओं को गलत तरह से दिखाया गया है. और एक खास समुदाय की महिलाओं पर निशाना साधा गया है. बता दे कि, अपने आदेश में FCAT ने कहा है, 'किसी फिल्म पर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं हो सकता, फिर चाहे वह महिला प्रधान हो या उसमें सेक्शुअल फैंटसीज़ है या फिर महिलाओं की आंतरिक इच्छा के जतावे वाले एक्प्रेशन हों.' यह फिल्म उन चार महिलाओं की कहानी है, जो बंदिशों और दवाब की बेड़ियों को तोड़कर एक आजाद ज़िंदगी जीने की ख्वाहिश रखती हैं. प्यार की भावना प्रेरित करती है व नाकामी से बचाती है, शाहरुख़ खान करण जौहर के घर सिद्धार्थ व सुहाना का हुआ गृहप्रवेश....