भुवनेश्वर : भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई ने तृणमूल कांग्रेस सांसद तापस पाल को रोज वैली चिटफंड घोटाले में कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार किया है. हालांकि पाल ने भ्रष्टाचार के इस मामले में फंसाने के लिए केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो का नाम लिया. गौरतलब है कि तृणमूल सांसद को 30 दिसंबर को कोलकाता में गिरफ्तार किया गया था और बाद में उन्हें यहां लाया गया.पाल ने कहा कि मैं किसी भी तरह से घोटाले में शामिल नहीं हूं. मैंने सीबीआई के समक्ष बाबुल सुप्रियो और कुछ अन्य लोगों के नाम लिए हैं. सच्चाई सामने आएगी.सीबीआई पाल को पूछताछ के लिए तीन दिन की रिमांड पर ले जा रही थी.पाल ने कहा कि उन्होंने जांच एजेंसी को सारी प्रासंगिक सूचना प्रदान की है. इसमें ओड़िशा में रोज वैली लिंक से संबंधित लोग भी शामिल हैं. उनका दावा है कि उन्होंने कोई गलती नहीं की. टीएमसी उनके साथ है. जबकि सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पाल उस दागी चिटफंड समूह के निदेशकों में से एक थे, जिसने ओड़िशा, पश्चिम बंगाल और कुछ अन्य राज्यों में निवेशकों को कथित तौर पर ठगा था. उनपर कंपनी को प्रमोट करने और फर्म में धन जमा करने को लेकर लोगों को गुमराह करने का भी आरोप है. यही नहीं उनपर कंपनी में अपने परिवार के सदस्यों को वरिष्ठ पद देने का भी आरोप है. उधर,इस मामले में सुप्रियो का बयान तो नहीं मिल सका, लेकिन भाजपा सचिव एवं पश्चिम बंगाल प्रभारी सुरेश पुजारी ने पाल के आरोपों को निरर्थक बताते हुए कहा कि यह दावा करके सुप्रियो ने घोटाले में उन्हें बहकाया था, पाल ने साफ तौर पर मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. केंद्रीय राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो पर हुआ हमला घोष के बयान पर टीएमसी की भौंहे तनी