अगरतला: सूअरों को होने वाली बुखार अफ्रीकन स्वाइन फीवर (ASF) पूर्वोत्तर राज्यों में तेजी से फैल रहा है। मिजोरम में प्रकोप मचाने के बाद अब यह बीमारी त्रिपुरा में भी दस्तक दे गई है। त्रिपुरा के सिपाहीजला जिले के देवीपुर स्थित पशु संसाधन विकास विभाग (ARDD) की तरफ से संचालित सरकारी प्रजनन फार्म में पशुधन में ASF के मामलों का पता चला है। हालात के मद्देनज़र सरकार ने बड़ी तादाद में सुअरों को मारने का आदेश दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, बीमारी के बारे में पता चलते ही अगरतला रोग जाँच केंद्र की टीम ने इस बीमारी से ग्रसित फार्म का दौरा किया। इसके अलावा बीमारी को और ज्यादा फैलने से रोकने के लिए रैपिड रिस्पॉन्स टीमें गठित की गई हैं। पशुपालन विभाग द्वारा संचालित रोग जाँच प्रयोगशाला के एक अधिकारी ने बताया है कि बीते 7 अप्रैल 2022 को जाँच के लिए तीन नमूने भेजे गए थे, जिनकी 13 अप्रैल को रिपोर्ट आने के बाद सभी सैम्पल्स पॉजिटिव मिले हैं। इसके अलावा खेतों में रहने वाले सुअरों में भी इस बीमारी के लक्षण पाए गए हैं। जानकारों का कहना है कि इस बीमारी को रोकने के लिए प्रथम चरण में सुअरों को बड़े स्तर पर मारने के बाद उन्हें दफनाने के लिए टीम ने 8-8 फीट के गड्ढे खोदे हैं। कोशिश ये है कि प्रारंभिक चरण में एक वर्ग किलोमीटर के दायरे में सभी सुअरों को मार डाला जाएगा और बीमारी को फैलने से रोकने के लिए उन्हें दफन किया जाएगा। ताकि इसे खेत की परिधि के भीतर ही रोका जा सके। भाजपा का झंडा लगी कार में मिली हिस्ट्रीशीटर की लाश, प्रॉपर्टी के कागज़ात भी बरामद झुग्गी में जन्म, कबाड़ी का काम.., जहांगीरपुरी हिंसा के मास्टरमाइंड 'अंसार' के पास कैसे आए करोड़ों रुपए ? 'अबू सलेम को रिहा करने के बारे में 2030 में सोचेंगे..', सुप्रीम कोर्ट में गृह मंत्रालय का जवाब