वैसे तो हमारे हाथों में कई तरह के चिन्ह होते हैं और इन चिन्ह का प्रभाव अलग-अलग रेखाओं पर अलग होता है। जी हाँ, कहा जाता है अगर किसी व्यक्ति की हथेली पर हृदय रेखा के सिरे पर गुरु पर्वत के समीप त्रिशूल का निशान हो वह समाज में गौरव और प्रतिभावान बनता है। इसी के साथ ऐसा भी कहा जाता है कि सूर्य रेखा पर त्रिशूल का निशान हो तो व्यक्ति को सरकारी क्षेत्र में लाभ और उच्च पद-प्रतिष्ठा प्राप्त होती है। केवल इतना ही नहीं कहते हैं जिस व्यक्ति की हथेली में भगवान शिव का प्रतीक चिह्न त्रिशूल बना हो तो उन रेखाओं का फल कई गुणा बढ़ जाता है। अगर यह चिन्ह भाग्य रेखा पर हों तो वह व्यक्ति बहुत ही भाग्यशाली होता है और उसे सभी सुखों की प्राप्ति होती है। इसी के साथ त्रिशूल के चिन्ह के साथ अन्य रेखाएं निकलने पर विपरीत परिणाम की प्राप्ति होती है। कहते हैं जिस किसी भी व्यक्ति के हाथ की दस उंगलियों में भगवान विष्णु के प्रतीक चक्र का चिन्ह हो वह चक्रवर्ती होता है। जी दरअसल प्राचीन समय में माना जाता है कि ऐसे व्यक्ति को राजयोग की प्राप्ति होती है। वहीं आज के समय में इस चिह्न का अर्थ बड़ी भूमि पर आधिपत्य होता है और उसे सरकारी पद और धन-संपत्ति मिलती है। इसी के साथ हथेली में मछली का चिन्ह होना शुभ माना जाता है अगर यह चिन्ह जीवन रेखा या भाग्य रेखा पर हो तो वह व्यक्ति भाग्यशाली होता है और यह निशान दीर्घायु का भी प्रतीक माना जाता है. इसी तरह के कई चिन्ह होते हैं जो व्यक्ति को भाग्यशाली दर्शाते हैं. नाख़ून का रंग बताता है आपका भविष्य, जानिए कैसे? धर्म अनुसार जानिए क्या होते हैं 10 पुण्य और क्या हैं 10 पाप रामायण में भी है कोरोना वायरस का जिक्र, लिखा है किस तरह से मिलेगी मुक्ति