प्रयागराज : साल के प्रथम त्यौहार मंकर संक्रांति के अवसर पर प्रयागराज में श्रद्धालुओं ने सोमवार की सुबह आस्था की डुबकी लगाई। श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम पर स्नान किया। इसी तरह का नजारा वाराणसी के गंगा घटों पर भी देखने को मिला। मंकर संक्रांति के मौके पर यहां भी भारी संख्या में भक्तों ने गंगा स्नान किया। प्रवासी भारतीय सम्मेलन : प्रधानमंत्री करेंगे तैयारियों की समीक्षा, प्रजेंटेशन भी तैयार किया गया इतना लंबा होगा संगम का किनारा सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कुंभ के प्रथम स्नान मकर संक्रांति पर 15 जनवरी को देश-दुनिया के कोने-कोने से आने वाले संतों-भक्तों को पहली बार पुण्य की डुबकी लगाने के लिए आठ किमी लंबा संगम का किनारा मिलेगा। विश्व भर में इस कुंभ के प्रचार-प्रसार को देखते हुए कुंभ मेला प्रशासन ने पुराणों के आधार पर धर्माचार्यों की मदद से संगम का नया विस्तार कर रविवार को स्नान की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया। हर आधे घंटे में यात्रियों को मिलेंगी कुंभ स्पेशल बस ऐसे की गई है तैयारियां जानकारी के लिए बता दें मकर संक्रांति पर फाफामऊ से अरैल के बीच बने स्नान घाटों पर श्रद्धालु डुबकी लगाएंगे। 20 सेक्टर में बसे कुंभनगर के 18 सेक्टरों में गंगा के दोनों किनारों पर संगम स्नान के लिए घाट बनाए गए हैं। घाटों पर स्नान के दौरान श्रद्धालु गहरे पानी न जाने पाएं, इसके लिए बैरीकेडिंग कराई गई है। साथ ही सुरक्षा जाल भी लगवा दी गई है, ताकि डुबकी लगाने के दौरान अगर किसी का पैर फिसल जाए तो भी वह गहरे जल में न जाने पाए। जियो ने उतारा कुंभ जियो फोन, मेले से जुड़ी हर जानकारी होगी आपके पास आखिर क्यों लगता है कुंभ, जानिए रोचक कथा इस पेड़ के दर्शन के बिना अधूरा होता है कुंभ स्नान