नई दिल्ली: फरवरी में बढ़ी डीजल की कीमतों का असर ढुलाई के काम में लगे ट्रक भाड़े पर पड़ा है। इंडियन फाऊंडेशन ऑफ ट्रांसपोर्ट रिसर्च एंड ट्रेनिंग (IFTRT) के अनुसार, फरवरी महीने में ट्रक भाड़े में लगभग 10 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसका असर सभी वस्तुओं की कीमतों पर पड़ा है। फल और सब्जियों की कीमत में 10 से 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है। फरवरी माह के दौरान डीजल के दाम में करीब 4.10 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। इसके कारण ट्रांसपोर्टर ने भाड़े में इजाफा किया है। IFTRT ने एक फरवरी और एक मार्च के ट्रक भाड़ों के अध्ययन के आधार पर बताया है कि भाड़े में लगभग 10 फीसद की वृद्धि हुई है। लंबी दूरी के वाहनों के साथ-साथ रिटेल में हुई बुकिंग पर भी इसका प्रभाव पड़ा है। यहां 20 फीसद तक इजाफा देखने को मिला है। दिल्ली-मुम्बई के भाड़े में 8 फीसद की वृद्धि हुई है। माल भाड़े में हुई वृद्धि के कारण मंडियों में सब्जियों के दाम बढ़े हैं। व्यापारियों का कहना है कि भाड़े का प्रभाव सभी सामानों पर पड़ेगा। इसके चलते आम जनता पर आने वाले महीनों में महंगाई का बोझ और बढ़ सकता है। दरअसल, सब्जियां, खाद्य पदार्थों की कीमतों में वृद्धि होने के बाद अगले कुछ महीनों में दूध, अंडा और चिकन की कीमतों में बढ़ौतरी की पूरी संभावना है। पोल्ट्री फैडरेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश खत्री ने बताया कि कोरोना महामारी, लॉकडाऊन और बर्ड फ्लू की वजह से पोल्ट्री फर्म का कारोबार बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। इससे चिकन से लेकर अंडों की सप्लाई बुरी तरह प्रभावित हुई है। अब होटल, रैस्टोरैंट और बैंकेट हॉल खुलने वाले हैं। बता दें कि अंडे, चिकन और दूध की एक तिहाई मांग होटल, रैस्टोरैंट से ही आती है। शेयर बाजार में आई भारी गिरावट, 750 अंकों तक गिरा सेंसेक्स अरुणाचल प्रदेश: सरकार ने क्वार्टजाइट ब्लॉक ई-नीलामी को दी मंजूरी सेंसेक्स और निफ्टी लगातार तीसरे दिन देखने को मिली वृद्धि