दुनिया के सबसे ताकतवर देश के रूप में विश्वभर पर अपनी धाक जमा चुका अमेरिका आखिर किसे खुद के लिए सबसे बड़ा खतरा मानता है? इस सवाल का जवाब देते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने बताया है कि मीडिया के द्वारा फैलाया जा रहा फेक न्यूज ये बताता है कि अमेरिका का सबसे बड़ा दुश्मन और कोई नहीं बल्कि खुद मीडिया है. उन्होंने ये आरोप लगाया है कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के साथ हुए शिखर सम्मेलन को मीडिया ने एक असफल प्रयास बताया. उन्होंने टिप्पणी कर कहा कि खासकर एनबीसी और सीएनएन पर इस तरह के फेक न्यूज देखना वाकई में बड़ा ही हास्यास्पद है. ट्रंप ने कहा, वे उत्तर कोरिया के साथ हुए अमेरिकी समझौते को असफल दिखान की भरपूर कोशिश कर रहे हैं. जबकि 500 दिन पहले यही मीडिया कह रहा था कि दोनों देशों के बीच इस समझौते से तनाव और युद्ध जैसे हालात का अंत होगा. ट्रंप ने ट्विटर के जरिए बुधवार को व्हाइट हाउस पहुंचने से पहले ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि हमारे देश का सबसे बड़ा दुश्मन फेक न्यूज है, ये एक ऐसी चीज है जिससे आसानी से किसी को भी बेवकूफ बनाया जा सकता है. इसे पहले ट्रंप फेक न्यूज़ को लेकर कई बार अपना गुस्सा जाहिर कर चुके है. भारत में फ़िलहाल फेक न्यूज़ के बढ़ते मामलों को देखते हुए कानून की विवेचना पर विचार किया जा रहा है. अच्छी नींद लीजिए, अब खतरा नहीं-ट्रंप किम-ट्रंप की शिखर वार्ता से अमरीकी विशेषज्ञ नाखुश ट्रंप और किम जोंग की मुलाकात पर भारत ने ख़ुशी जताई