वाॅशिंगटन। अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध के शासकीय आदेश का बचाव किया। इस दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना था कि जो प्रतिबंध लगाया गया है वह मुस्लिमों का विरोध नहीं है इस तरह का प्रतिबंध मुस्लिमों पर नहीं लगाया गया है। उन्होंने कहा कि मीडिया में गलत तरह से यह बात चली गई कि मुस्लिमों को प्रतिबंधित किया जा रहा है। उनका कहना था कि हम धर्म को लेकर प्रतिबंध नहीं लगा रहे हैं। हम तो यह चाहते हैं कि आतंकवाद को समाप्त किया जाए और हमारा देश सुरक्षित रहे। इसके लिए ये कदम उठाए गए थे हालांकि विश्वम में 40 से भी अधिक देश मुस्लिम बाहुल्य वाले हैं मगर इन देशों पर इस आदेश का कोई असर नहीं होगा। उन्होंने कहा कि 90 दिनों में ही सुरक्षित नीतियां कारगर हो जाऐंगी। इन नीतियों का लागू कर दिया गया है तो दूसरी ओर इनकी समीक्षा हो गई है। ऐसे में विभिन्न देशों के लोगों हेतु वीजा जारी कर दिया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार सीरिया में लोग मानवीय परेशानियों का सामना कर रहे हैं। उनका कहना था कि अमेरिका प्रवासियों के आकर्षण का केंद्र रहा है। प्रवासी यहां पर स्वयं को सुरक्षित अनुभव करते हैं और वे इस देश में अपना विकास और बेहतर जीवन देखते हैं। ऐसे में उन्हें परेशानी नहीं आने दी जाएगी लेकिन सुरक्षा का ध्यान रखा जाना भी आवश्यक है। डोनाल्ड ट्रंप ने इस मामले में कहा कि 7 विभिन्न देशों की पहचान ओबामा प्रशासन ने आतंक के स्त्रोत के तौर पर की थी और इन देशोें के नागरिकों को अमेरिका में प्रवेश देने को प्रतिबंधित कर दिया गया था। अशोक अमृतराज बने संयुक्त राष्ट्र के सद्भावना राजदूत सीआईए ने कहा, पाकिस्तान को चीन दे रहा विनाशकारी मंत्र! ट्रंप के मुस्लिम विरोधी आदेश पर कोर्ट की रोक, 7 देशों के मुस्लिमों को मिली राहत