अंकारा: तुर्की ने देश के पूर्वी हिस्से में बड़े पैमाने पर आतंकवाद रोधी अभियान आरंभ कर दिया है. तुर्की के आंतरिक मामलों के मंत्रालय ने शनिवार को इस संबंध में जानकारी दी है. मंत्रालय ने एक लिखित बयान जारी करते हुए कहा है कि विशेष पुलिस बल और जेंडरमेरी कमांडो समेत कुल 2,250 सैन्य कर्मी टंसेली प्रांत में चलाए जा रहे अभियान का ही अंग हैं. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, अभियान का नाम 'किरन-7 ऑपरेशन ऑफ मुंजुर वैली' है, इसका उद्देश्य क्षेत्र में कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पीकेके) के सदस्यों को टारगेट बनाना है और आगामी सर्दियों में संभावित हमलों को नाकाम करना है. पीकेके, जो 30 वर्ष से ज्यादा समय से तुर्की सरकार के खिलाफ लड़ रहा है, इसे तुर्की, अमेरिका और यूरोपीय संघ द्वारा आतंकवादी संगठन के रूप में लिस्टेड किया गया है. वहीं इससे पहले बताया जा रहा था कि कंगाली के मुहाने पर जा पहुंचा पाकिस्तान हर छोटी-बड़ी चीज के लिए परेशान है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से लेकर अपने सदाबहार मित्र चीन के आगे आर्थिक सहायता के लिए हाथ पसार चुके पाकिस्तान के पीएम इमरान खान को अब पीने के दो घूंट पानी के लिए भी अपने ही एक दोस्त देश तुर्की की तरफ देखना पड़ रहा है. केवल पानी ही नहीं पाकिस्तान को अस्पताल या हथियारों के लिए भी नियाजी खान को तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोग़ानका मुंह देखना पड़ रहा है. केन्या में बाढ़ का कहर जारी, अब तक कुल 72 लोगों की मौत न्यूजीलैंड : भूकंप के तेज झटकों ने हिलाई धरती, तीव्रता ने बढ़ाई परेशानी अफगानिस्तान में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी सफलता, भारी संख्या में आंतवादियों का किया ढेर