इस्तांबुल: तुर्की की राजधानी इस्तांबुल में हुए आतंकी हमले के आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है। उसका संबंध आतंकी संगठन कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पीकेके) से कहा गया है। बता दें कि ये सूचना तुर्की के गृह मंत्री सुलेमान सोयलू ने दी। रविवार को हुए इस हमले में 6 लोगों की जान चली गई जबकि 80 से अधिक जख्मी हैं। खबरों का कहना है कि तुर्की के उप राष्ट्रपति फुअत ओकटे ने बोला है कि इस्तांबुल विस्फोट एक आतंकी अटैक था। एक महिला हमलावर ने बम विस्फोट भी हुआ था। पूरी साजिश में दो पुरुष संदिग्ध भी शामिल थे, जिनमें से एक को हिरासत में ले लिया गया है। दूसरे की तलाश जारी है। पुलिस के मुताबिक, महिला सीरिया की थी और आशंका है कि वह इस्लामिक स्टेट से जुड़ी हुई है। वहीं सरकार की ओर से दी गई ताजा जानकारी के अनुसार, जख्मी में दो की हालत गंभीर है। तुर्की फुटबॉल फेडरेशन ने देश के शीर्ष तीन फुटबॉल क्लबों में से एक बेसिक्तास के मैच को स्थगित किया जा चुका है। यह मैच जिस स्टेडियम में आयोजित होने वाला था, रविवार को विस्फोट उसके पास ही हुआ। बता दें, इस्तांबुल और तुर्की के अन्य शहर पहले भी कुर्दिश अलगाववादियों, इस्लामी आतंकियों और अन्य समूहों का निशाना बनते ही चले गए। जिसमे 2015 और 2016 में हुए श्रृंखलाबद्ध हमले शामिल हैं। दिसंबर, 2016 में इस्तांबुल में ही फुटबाल स्टेडियम के बाहर हुए 2 धमाकों में 38 लोग मारे गए थे और 155 घायल हुए थे। उन धमाकों की जिम्मेदारी कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी ने ली थी। ईरान के रिवोल्यूशनरी कोर्ट ने एक सरकार विरोधी प्रदर्शनकारी को मौत की सजा दे दी गई। देश में निरंतर जारी अशांति के मध्य कोर्ट ने पांच अन्य को कारावास की सजा भी सुनाई है। बीते कई सप्ताह से मौलवियों का शासन समाप्त करने की मांग को लेकर ईरान में हो रहे विरोध प्रदर्शनों में हिस्सा लेने के लिए गिरफ्तार लोगों के विरुद्ध मुकदमों में यह मौत की सजा का संभवत: पहला निर्णय है। यूनाइटेड किंगडम की जासूसी क्यों करवा रहे पुतिन ? रिपोर्ट में हैरतअंगेज़ खुलासा अमेरिका: यूनिवर्सिटी ऑफ वर्जीनिया में अंधाधुंध गोलीबारी, 3 की मौत, कई घायल 'टीम इंडिया घमंड छोड़े..', वर्ल्ड कप में हार के बाद जमकर हो रही भारत की आलोचना