नई दिल्ली: महाराष्ट्र के सियासी 'डे-नाइट मैच' का 'फाइनल' आज सुप्रीम कोर्ट में होने वाला है. फ्लोर टेस्ट वाली राजनीति पर शीर्ष अदालत में आज अहम सुनवाई चल रही है. कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना की संयुक्त याचिका पर सर्वोच्च न्यायालय सुनवाई कर रहा है. इस दौरान महाराष्ट्र गवर्नर के वकील तुषार मेहता ने अदालत को बताया कि देवेंद्र फडणवीस की चिट्ठी - जिसमें लिखा गया है . उनके साथ NCP के विधायकों के साथ 11 निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन है. तुषार मेहता ने अदालत में कहा कि अजित पवार विधायक दल के नेता हैं. उन्होंने चिट्ठी पढ़ी. जिसमें कहा है कि उन्हें सभी एनसीपी विधायकों का समर्थन है और उन्होंने फैसला किया है कि फडणवीस को समर्थन दें. चिट्ठी में कहा गया है कि राष्ट्रपति शासन अधिक नहीं चलना चाहिए, इसलिए उन्हें सरकार बनाने का निमंत्रण दिया जाए. तुषार मेहता ने कहा कि गवर्नर ने अपने विवेक से सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने के लिए न्योता दिया है, उसका पर्याप्त आधार है. महाराष्ट्र राज्यपाल की ओर से पेश हुए सॉलीसीटर जनरल तुषार मेहता ने शीर्ष अदालत को अजित पवार की चिट्ठी सौंपी, जिसमें 54 विधायकों के नाम शामिल थे. उन्होंने बताया कि 21 अक्टूबर को मतदान हुआ, 24 को परिणाम घोषित हुआ, भाजपा के 105 सदस्य है शिवसेना के 56 सदस्य, NCP के 54 सदस्य है. शिवसेना और भाजपा का चुनाव पूर्व गठबंधन था. सबसे पहले भाजपा को सरकार बनाने के लिए बुलाया गया, वह बहुमत नही साबित कर पाए, उसके बाद शिवसेना को बुलाया गया वह भी बहुमत नही साबित कर पाए उसकके बाद NCP को न्योता दिया गया था. अमेरिका ने दिया बड़ा बयान- CPEC से चीन को मिलेगा फायदा, कर्ज के बोझ तले दब जाएगा पकिस्तान इराक़ में प्रोटेस्टरों के खिलाफ सुरक्षाबल का सख्त कदम, 5 की मौत महाराष्ट्र की गद्दी पर कौन करेगा राज, मामले पर 'सुप्रीम' फैसला आज