तुषार ठीक एक साल पहले पिता बने. वह सरोगेसी के माध्यम से सिंगल फादर बने है. इन दिनों वह अपने बेटे का पहला जन्मदिन मानाने कि तैयारी में जुटे हुए है. तुषार ने बताया कि पितृत्व से वे स्वयं को पूर्ण महसूस कर रहे है. आइये जानते है कि सिंगल फादर से पितृत्व के बारे में, तुषार कहते है कि अपने बच्चे के जन्म से कुछ समय पहले के कुछ घंटे दहला देने वाले थे. मैंने वैसा ही महसूस किया जैसा उस समय अन्य पिता महसूस करते है. जब दूसरे दिन डॉक्टर मेरे पास लक्ष्य को लेकर आई तब मैंने उनसे कहा कि मै थोड़ा चिंतित हूँ. उन्होंने मुझे शांत कर कहा सब ठीक है. किसी पुरुष की जिंदगी में पितृत्व सबसे अच्छी चीज होती है. मै जब उसे घुटनो के बल चलते हुए और बड़बड़ाते हुए देखता हूँ और मै जानता हूँ कि मेरे जीवन के ये सबसे अच्छे पल है, जो वापस नहीं आएगें. किसी पुरुष की जिंदगी में पितृत्व सबसे अच्छी चीज होती है. मै जब उसे घुटनो के बल चलते हुए और बड़बड़ाते हुए देखता हूँ और मै जानता हूँ कि मेरे जीवन के ये सबसे अच्छे पल है, जो वापस नहीं आएगें. सिंगल फादर होने के नाते मै अपने बच्चे के लिए वो सब कर रहा हूँ जो माता-पिता दोनों मिल कर करते है. मैं जितना हो सके अपने बेटे को समय देने कि कोशिश करता हूँ. मैंने इंटरनेट और किताबो से पेरेंटिंग के बारे में बहुत कुछ सीखा है. जब उनसे नए सरोगेसी कानून के बारे में पूछा गया तो उन्होंने जवाब दिया कि ये उन लोगो के लिए ठीक नहीं है जिनकी इनकम सरोगेसी पर निर्भर है. सरकार को सबके बारे में सोचना पड़ता है. ये भी पढ़े ऐश्वर्या राय ने पहने 6 खूबसूरत लहंगे चेहरे पर फैट कम करने के लिए करें ये एक्सरसाइज ऑफिस में नींद भला क्यों आती है ?