दिल्ली: उग्र विरोध-प्रदर्शन में 13 लोगों की मौत के बाद भी वेदांता रिसोर्सेज तमिलनाडु में अपने स्टरलाइट कॉपर यूनिट को फिर से शुरू करने और क्षमता को दोगुना करना चाहती है. कंपनी के एक अधिकारी ने कंपनी का यह रुख तब जाहिर किया है जब राज्य सरकार ने वायु प्रदूषण और स्थानीय स्तर पर पानी के जहरीले होने के आरोपों के मद्देनजर वह स्टरलाइट कॉपर यूनिट को हमेशा के लिए बंद करने पर विचार करने की बात कही है. वेदांता के भारत में कॉपर बिजनस के चीफ ऐग्जिक्यूटिव पी. रामनाथ ने एक इंटरव्यू में कहा, 'हम अभी इस स्थिति में नहीं हैं कि प्लांट को किसी दूसरे जगह स्थापित करने के बारे में सोच सकें.' उन्होंने कहा, 'हमें विश्वास है कि हम इन मुद्दों को सुलझा लेंगे. इसमें निश्चित तौर पर बहुत ज्यादा कोशिश की जरूरत पड़ेगी लेकिन मुझे पूरा यकीन है कि हम इसे जल्द से जल्द फिर शुरू कर सकेंगे.' पी. रामनाथ कहते हैं, 'स्टरलाइट कॉपर यूनिट को लेकर एक गलत धारणा है कि यह तूतीकोरिन में सबसे ज्यादा प्रदूषण फैलाने वाली इंडस्ट्री है क्योंकि इसका आकार बहुत बड़ा है. प्लांट को दोबारा शुरू करने करने और इसकी क्षमता को दोगुनी करने के लिए स्थानीय लोगों का समर्थन जरूरी है.' रामनाथ ने कहा, 'हमारे चेयरमैन (अनिल अग्रवाल) कह चुके हैं कि हमें प्लांट को चलाने के लिए लाइसेंस की जरूरत है, लेकिन हमें स्थानीय लोगों का विश्वास भी जीतना है ताकि हमें उनसे भी लाइसेंस मिल सके. लेकिन इस समय माहौल बहुत तनावपूर्ण है और तापमान बहुत ऊंचा है.' स्टरलाइट कॉपर का प्लांट तमिलनाडु के तटीय शहर तूतीकोरिन में स्थित है और मार्च से ही बंद है. प्लांट में मेनटेनंस का काम चल रहा है और उसे लाइसेंस के रीन्यूअल का इंतजार है. मार्च से ही स्थानीय लोग प्लांट को स्थायी तौर पर बंद करने की मांग को लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे. इसी सप्ताह मंगलवार को विरोध-प्रदर्शन के 100वें दिन हजारों की तादाद में प्रदर्शनकारी एक स्थानीय सरकारी दफ्तर की तरफ मार्च पर निकले. उस दिन पुलिस की फायरिंग में 10 प्रदर्शनकारी मारे गए, बाद में 3 और प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई. तूतीकोरिन मामले पर सुनवाई करेगी दिल्ली हाई कोर्ट मद्रास हाईकोर्ट ने तमिलनाडु सरकार से तूतीकोरिन पर जवाब माँगा तूतीकोरिन: वेदांता के चेयरमैन का बयान