नई दिल्ली: ट्विटर आज कल सोशल मीडिया प्लेटफार्म से ज्यादा वाद-विवाद का प्लेटफार्म बन गया है. एक ट्वीट आते ही उसपे प्रतिक्रिया का दौर शुरू हो जाता है और अगर ट्वीट विवादित हो तब तो कमैंट्स की बाढ़ आ जाती है. आज ही क्रांतिकारी नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पुत्र और बीजेपी नेता चंद्र कुमार बोस ने एक ट्वीट किया, जिसमे उन्होंने लिखा कि गांधी जी बकरी का दूध पीते थे इसलिए बकरी को माता मानते थे, गांधी हिन्दूओं के संरक्षक थे और बकरी को माता मानते थे इसलिए हिन्दुओं को बकरी का मीट नहीं खाना चाहिए. मुश्किल में इमरान, पाक में दोबारा चुनाव की मांग चंद्र कुमार के इस ट्वीट के बाद त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत रॉय ने भी तीखा जवाब देते हुए ट्वीट किया, उन्होंने लिखा कि 'ना ही बापू और ना ही आपके दादा ने कभी बकरी को माता कहा या माना, ये आपका निष्कर्ष है, ना ही कभी गांधी जी ने और ना ही किसी और ने खुद के हिन्दुओं के रक्षक होने का दावा किया, हम हिन्दू गाय को माता मानते हैं न कि बकरी को, कृपया एेसी सड़ी बातों को फैलाना बंद करें'. 2019 चुनाव : महागठबंधन नहीं जनता की एक जरूरत बनेगी सरकार के लिए चुनौती दोनों के बीच ट्विटर वॉर यहीं ख़त्म नहीं हुआ, इसके बाद दोनों में वाद विवाद और बढ़ गया. बोस ने जवाब देते हुए कहा कि गांधी जी ने बकरी का दूध ही मांगा है तो साफ है कि वे बकरी को माता मानते है. इस पर रॉय ने फ़ौरन पलटवार करते हुए जवाब दिया कि बकरी को माता मानने से क्या लेना-देना, गांधी जी के सबसे प्रिय शिष्य जवाहरलाल नेहरू कशमीरी पंडित थे,जिस समुदाय के सभी लोग मीट खाते हैं. आपको बता दें कि इन दिनों गाय को लेकर राजनीति काफी प्रचलन में है, इसी को लेकर सियासत में बयानबाज़ी भी चरम पर है. खबरें और भी:- 'भाजपा मुक्त' होगा भारत : चिदंबरम EDITOR DESK : महागठबंधन को गठबंधन की दरकार पीडीपी नेता ने दी एक और बंटवारे की धमकी