जुड़वाँ बच्चे होना एक सौभाग्य की बात होती है. ऐसा मामला काम ही देखने को मिलता है कि किसी को जुड़वाँ बच्चे हुए हों. जिस भी कपल के जुड़वां बच्चे होते हैं उनकी खुशी देखने लायक होती हैं. हांलाकि जुड़वाँ बच्चे होना सभी कपल के नसीब में नहीं होता हैं. लेकिन क्या आप मानेंगे कि किसी हॉस्पिटल में सिर्फ जुड़वाँ ही बच्चे हों. आज हम आपको ऐसे ही अस्पताल के बारे में बताने जा रहे हैं. दरअसल, पाकिस्तान के पेशावर शहर के खैबर पख्तूनख्वा हॉस्पिटल में रोज कई जुड़वां बच्चे जन्म लेते हैं. इस साल लगभग 1000 जुड़वा और तीन बच्चों ने जन्म लिया है. इस पर आप भी यकीन नहीं कर पा रहे होंगे कि इस अस्पताल में रोजाना ही मल्टीपल बेबी का जन्म होता हैं. इसके अलावा मेजर हॉस्पिटल, लेडी रीडिंग हॉस्पिटल और खैबर हॉस्पिटल सहित लगभग 26 केस मल्टीपल बेबी के देखे गए है, 158 ट्रिप्लेट बेबी और 900 केस जुड़वा बच्चों के देखे गए हैं. गुजरे साल हर हॉस्पिटल में 200 से ज्यादा जुड़वा बच्चे पैदा हुए हैं. मल्टीपल बच्चों के जन्म लेने के पीछे मेडिकल एक्सपर्ट का कहना है कि इस तरह के केस फर्टिलाइजिंग मेडिसिन के ज्यादा और लगातार प्रयोग और देर से शादी करने के कारण होता है. मल्टीपल बच्चों का जन्म होने के पीछे अनुवांशिकी कारण भी हो सकतें है. जानिए आखिर क्यों होती है रोलेक्स की घड़ियाँ इतनी महँगी यहां महिलाएं नहीं पहन सकती अंडरगारमेंट्स, ऐसी हैं घटिया पाबंदी शरीर में हुक लगवाकर हवा में लटकती है ये लड़की, देखकर चौंक जायेंगे आप