डिजिटल जहर पर लगाम लगाने के लिए केंद्र द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का प्रभाव दिखाई देने लगा। ट्विटर ने बोला है कि सोशल मीडिया कंपनी को भरोसा खोना पड़ रहा है। इसे बेहतर बनाने के लिए ट्विटर आधुनिक कंटेंट मॉडरेशन प्रैक्टिसेस को और अधिक पारदर्शी बना सकता है। सीईओ जैक डोर्ल ने विश्लेषकों से कहा पारदर्शिता से सुधार संभव: जिसके साथ ही लोगों को और अधिक नियंत्रण का अधिकार देने वाला है। टि्वटर के सीईओ जैक डोर्स ने एनालिस्ट डे प्रेजेंटेशन के अवसर पर विश्लेषकों को संबोधित करते हुए बोला की उत्तरदायित्व के केस में माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर में बहुत विकास किया है। गलतियों को जानने और सुधारने के क्षेत्र में बेहतर कार्य किया है। जिसके साथ ही सिद्धांत के पालन में भी कोई छूट नहीं है। पारदर्शिता के केस में थोड़ी कमी है जिसको लेकर हम लोग को भरोसा कायम करने के लिए अधिक विकल्प और नियंत्रण दे सकते है। उन्होंने बोला हम मानते हैं कि वह बहुत लोग हम पर भरोसा नहीं करते। हम अकेले ऐसे नहीं हैं, बहुत से ऐसे संस्थान हैं जो भरोसे में गिरावट देखने को मिली। पारदर्शिता, उत्तरदायी, विश्वसनीयता और भी कई अवसर देने से बड़ा प्रभाव देखने को मिल सकता है। 2030 तक आय दोगुनी करने का लक्ष्य: जंहा इस बारें में डोर्स ने बोला कि हमारा पारदर्शिता और भरोसा कायम करने के लिए साथ साल 2023 तक वार्षिक आय को दोगुना करने का लक्ष्य है। 2023 की चौथी तिमाही में 33.5 करोड़ उपभोक्ता की उम्मीद है। 2020 के अंत तक उपयोगकर्ताओं की तादाद कुल संख्या 19.2 करोड़ रही जो वर्ष 2019 की तुलना में 27 प्रतिशत ज्यादा है। ऑटो ब्लॉक में म्यूट करने की सुविधा: ट्विटर आपत्तिजनक सामग्री या सूचना फैलाने वाले अकाउंट को ऑटोमेटिक ब्लॉक या म्यूट करने की सुविधा शुरू किए जा सकते है। गुरुवार को एनालिस्ट डे प्रेजेंटेशन के अवसर पर कंपनी ने कहां कि कंपनी अपने उपयोगकर्ता के लिए टॉगल फीचर पर कार्य कर रही है। दिल्ली की फैक्ट्री में लगी भयंकर आग, मौके पर पहुंची 28 दमकल गाड़ियां कोरोना को लेकर सरकार अलर्ट, केंद्रीय गृह सचिव ने राज्यों को पत्र लिखकर दिए निर्देश दिल्ली पुलिस के ASI ने की ख़ुदकुशी, PCR वैन में खुद को मारी गोली