सूरत: गुजरात के सूरत से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है यहाँ 2 भाइयों ने नकली नोट छापने का निर्णय लिया तथा इस काम की शुरुआत कर दी। इसके लिए उन्होंने 'फर्जी' वेब सीरीज देखी एवं यूट्यूब की मदद से नकली नोट तैयार करने की प्रक्रिया सीखी। सागर एवं उसके भाई भावेश ने नकली नोट छापने शुरू किए, खासकर 100 रुपए के नोट, जिससे पुलिस की नजर से बच सकें। वही इन दोनों भाइयों ने बड़े नोटों से दूरी बनाई जिससे वे पुलिस के पकड़ से दूर रह सकें। इसके साथ ही, मार्केट में इन नोटों का चलन भी आसान हो गया; वे एक असली नोट के बदले तीन नकली नोट देते थे। उनके नकली नोटों की जानकारी प्रशासन तक पहुंच गई, तथा देर रात एसओजी ने सरथाणा के एप्पल स्क्वेयर बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर छापा मारा। इस छापे में दोनों भाइयों सहित 4 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। सागर एवं भावेश का होजरी के कारोबार के तहत नकली नोटों का धंधा तेजी से बढ़ रहा था, किन्तु पुलिस की छापेमारी में उनकी सच्चाई उजागर हो गई। पुलिस ने छापेमारी में 1.2 लाख रुपए के नकली नोट जब्त किए, साथ ही उनके ऑफिस से नोट छापने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली स्याही, ग्रीन फाइल पेपर, कैंची आदि भी बरामद की गई। दोनों भाई अमरेली के निवासी हैं। सागर ने सिंगापुर से होटल मैनेजमेंट का कोर्स किया है। पुलिस की पूछताछ में यह भी सामने आया कि सागर इस नकली नोटों के कारोबार का मास्टरमाइंड है। दोनों भाई नकली नोटों के छापने एवं प्रबंधन का कार्य करते थे, जबकि मार्केट में सप्लाई करने के लिए उन्होंने कुछ लोगों को हायर किया था। जब पुलिस ने उनसे पूछा कि उन्होंने बड़े नोट क्यों नहीं छापे, तो उन्होंने जवाब दिया कि 500 रुपए के नोट छापने से लोग जल्दी ही उन पर ध्यान देते। आमतौर पर लोग 500 रुपए का नोट लेने से पहले उसे चेक करते हैं, इसलिए उन्होंने 500 की बजाय 100 रुपए के नोट छापना सही समझा। बीवी की सहेली को देखते ही डोला शख्स का मन, किया बलात्कार और फिर... शराब पीने की इजाजत, महिलाओं को पूरी आज़ादी..! नया मुस्लिम मुल्क बनाने की तैयारी बाढ़ से इस राज्य में मचा हाहाकार, 12 जिले डूबे, रद्द हुई कई ट्रेनें