इस्लामबाद: दिनों दिन बढ़ती जा रही जुर्म और घटनाओं की वारदात से आज हर कोई परेशान है. जंहा देखों वहां कोई न कोई ऐसा मामला सामने आ ही जाता है जो इंसान को अंदर तक हिला देता है. वहीं कभी किसी के मौत की खबर तो कभी किसी के किडनेप का मामला लोगों में हर दिन दहशत को बढ़ता जा रहा है. वहीं रेप और कत्ल के मामले थमने का नाम ही नहीं ले रहे है. जंहा हाल ही में एक ऐसा ही केस सामने आया है जिसके बाद से लोगों की रूह कांप उठी है. जी हां मामला पाकिस्तान के सिंध प्रांत में अल्पसंख्यक हिंदू परिवार की दो नाबालिग लड़कियों को अगवा करने की घटना सामने आई है. इस घटना में इलाके के प्रभावशाली नेता के भाई के नाम आ रहा है. पीडि़त परिवार को पुलिस की मदद मिलना दूर, उन्हें अगवा करने वाले के परिजनों से धमकियां मिल रही हैं. परिजनों ने एक वीडियो जारी कर अपनी बेटियों- सुधी और शमा की शीघ्र तलाश किए जाने की मांग की है. परिजनों का आरोप है कि दोनों बहनों को पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के सदस्य पीर फैसल शाह जीलानी के भाई ने अगवा किया है. पीडि़त परिवार को डर है कि पुलिस ने अगर कार्रवाई में ढिलाई बरती तो अगवा बहनों का जबरन धर्मातरण कर उनकी शादी करवा दी जाएगी. सिंध प्रांत इस तरह की जबरन शादियों के लिए बदनाम है. वहां की विधानसभा भी इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कानून बनाने की मांग सरकार से कर चुकी है. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग भी इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए पाकिस्तान सरकार से कह चुका है. लेकिन पाकिस्तान के कट्टरपंथी नेशनल असेंबली में कड़े कानूनी प्रावधान किए जाने का प्रस्ताव पारित नहीं होने दे रहे. उल्‍लेखनीय है कि पाकिस्‍तान में अल्‍पसंख्‍यकों के खिलाफ लगातार हिंसा और उत्‍पीड़न की घटनाएं सामने आ रही हैं. मूवमेंट फॉर सॉलिडरिटी एंड पीस इन पाकिस्तान के अनुसार हर साल ईसाई और हिंदू समुदायों की करीब एक हजार लड़कियों की जबरदस्ती शादी मुस्लिम युवकों से करा दी जाती है. यही नहीं जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ने के लिए एकजुट हो रही है, तब पाकिस्‍तान में अल्पसंख्यकों को अकेला उनके हाल पर छोड़ दिया गया है. सिंध में अल्पसंख्यक समुदायों ने प्रभावशाली लोगों और अन्य सरकारों से अपील की है कि वे उन्हें भोजन मुहैया कराएं क्योंकि पाकिस्तान उनकी मदद नहीं कर रहा है. आज से देशभर में खुलेंगी सभी दुकानें, गृह मंत्रालय ने कुछ शर्तों के साथ जारी किया आदेश लॉकडाउन के दौरान मस्जिदों में फिर जुटे नमाज़ी, मना करने पर पुलिसवालों को पीटा शिवराज सरकार का बड़ा ऐलान, अन्य राज्यों में फंसे मप्र के मजदूरों को लाएंगे वापस