इंदौर/ब्यूरो: अक्सर जंगलो में जानवर अपने परिवार से बिछड़ कर घूम हो जाते है और जंगल में भटक जाते है। ऐसे ही दो शावक इंदौर के चिड़ियाघर में लाये गए है। जो जंगल में भटक कर घूम हो गए थे। जिसका रेस्क्यू चिड़ियाघर में किया जा रहा है। रेस्क्यू के चलते दोनों शावकों की देखभाल भी मेडिकल टीम द्वारा की जा रही है। इंदौर के प्रसिद्ध कमला नेहरू चिड़िया घर में दो नन्हें शावक आए हैं। आपको बता दे की इन शावकों को धार के पास ताना गांव से रेस्क्यू किया गया है। मैडिकल टीम के अनुसार दोनों की उम्र 10 दिन की बतायी जा रही है। तेंदुए के दो शावकों की अठखेलियों से जू में रौनक आ गई है। यह दोनों ही शावक बहुत मस्तीखोर है।मस्ती करने के बाद थक कर सो जाते है, और फिर उठ कर मस्ती करने लगते है। जू प्रभारी डॉ. उत्तम यादव ने अनुसार शावकों को धार के पास ताना गांव से रेस्क्यू किया गया है। इन शावकों को दो माह तक इन्हें नियो केयर यूनिट में ही रखा जाएगा और इनके स्वस्थ का समय समय पर निरक्षण किया जायेगा। इसके बाद शावकों को फॉस्टर केयर में शिफ्ट किया जाएगा। वही इन शावकों देखभाल के लिए केयरटेकर की भी व्यवस्था की गई है।जू केयरटेकर निहार पारूलेकर ने मुताबिक शावकों को नींद से जागने के बाद तुरंत ही भूख लगने लगती है। भूख लगने पर दोनों शावक फीडिंग के लिए चिल्लाने लगते हैं। जू क्यूरेटर निहार पारूलेकर के अनुसार दोनों को ही दिन में 6 बार फीडिंग कराई जाती है। जिसके बाद ही कही उनकी भूख शांत होती है और फीडिंग के बाद ही सो जाते है, जिसके बाद उठ कर तुरंत मस्ती करने लगते है जू केयरटेकर निहार पारूलेकर के अनुसार ठीक होने पर शावकों को जंगली माहौल में रखा जाएगा। जब हमें लगेगा कि वह जंगल में रह सकते हैं। तब वन विभाग को पत्र लिखकर उन्हें जंगल में छोड़ दिया जाएगा और ऐसे स्थान पर रखा जायेगा जहां उन्हें भोजन की कोई कमी न हो और उन दोनों शावकों पर नज़र भी रखी जाये। टीआई सुसाइड मामला: एएसआई को मिली जमानत हनीट्रेप मामले की आरोपी पहुंची जिला कोर्ट इंदौर शहर को मिलने जा रहा है शाही रेल रेस्टोरेंट