नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने जस्टिस राजेंद्र मेनन और प्रदीप नंदराजोग की शीर्ष अदालत के बेंच में भेजे जाने की सिफारिश की है. जस्सिट राजेंद्र मेनन वर्तमान में दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और प्रदीप नंदराजोग राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश है. न्यायमूर्ति मदन लोकुर के सेवानिवृत्त होने से पहले अगर केंद्र सरकार की ओर से इन दो जजों की नियुक्ती को मंजूरी दे दी जाती है तो सुप्रीम कोर्ट में कुल जजों की संख्या बढ़कर 29 हो जाएगी. सचिन पायलट और अशोक गहलोत के साथ राहुल गांधी की बैठक खत्म, जल्द होगा सीएम के नाम का एलान उल्लेखनीय है कि जस्टिस मेनन ने इसी साल अगस्त के महीने में दिल्ली हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदभार संभाला था. इसके लिए पिछले साल जुलाई में उनके नाम की सिफारिश की गई थी. इससे पहले वे पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यरत थे. उन्हें 1 अप्रैल, 2002 को अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में मध्यप्रदेश हाई कोर्ट के ग्वालियर बेंच में भेजा जाया गया था. मार्च 2017 में पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बनने से पहले जस्टिस मेनन को 2008 में हाई कोर्ट के प्रिंसिपल जज के तौर पर कार्यरत रहे थे. तुर्की की राजधानी में हुआ हाई स्‍पीड ट्रेन एक्‍सीडेंट वहीं दूसरी ओर से जस्टिस नंदराजोग ने 1981 में दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून में स्नातक की डिग्री प्राप्त की थी और उसी वर्ष एक वकील के रूप में वे नामांकित हो गए थे. 20 दिसंबर, 2002 को दिल्ली हाई कोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में चुना गया और 16 अप्रैल, 2004 को वे स्थायी न्यायाधीश बना दिए गए. खबरें और भी:- तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने खुद को बताया भारत का बेटा रुपये और बॉण्ड में आई तेजी, नवंबर के महंगाई आंकड़ों का दिखा असर सरकार ने किए पत्नियों को छोड़ने वाले 33 प्रवासी भारतीयों के पासपोर्ट रद्द