श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर (J&K) प्रशासन ने राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में संलिप्तता और आतंकी संगठनों से कथित संबंधों के संदेह में चार सरकारी कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त करके निर्णायक कार्रवाई की है। बर्खास्त किए गए लोगों में दो पुलिस कांस्टेबल, एक शिक्षक और जल शक्ति विभाग का एक कर्मचारी शामिल हैं, जिनके बारे में माना जाता है कि वे क्षेत्र में सक्रिय आतंकी समूहों से जुड़े हुए हैं। यह कदम पिछले साल जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा की गई इसी तरह की कार्रवाई के बाद उठाया गया है, जब आतंकी गतिविधियों में कथित संलिप्तता के कारण चार सरकारी कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी गई थीं। इनमें एक डॉक्टर, एक पुलिस कांस्टेबल, एक शिक्षक और उच्च शिक्षा विभाग में एक लैब धारक शामिल थे। इन व्यक्तियों की सेवाओं को समाप्त करने का निर्णय भारत के संविधान के अनुच्छेद 311 के खंड (2) के उप-खंड (सी) के तहत लिया गया था। यह प्रावधान सरकार को राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में आवश्यक कार्रवाई करने का अधिकार देता है। इन कर्मचारियों की बर्खास्तगी क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए प्रशासन की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है, साथ ही यह स्पष्ट संदेश भी देती है कि राष्ट्रीय हितों के लिए हानिकारक गतिविधियों में किसी भी तरह की संलिप्तता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शपथ ग्रहण से पहले राजघाट और सदैव अटल पहुंचे पीएम मोदी, अमर ज्योति पर भी अर्पित की श्रद्धांजलि वोटर्स को रिश्वत देती है कांग्रेस की 'खटाखट' योजना ! राष्ट्रपति के पास शिकायत, सभी 99 सांसदों को 'अयोग्य' घोषित करने की मांग 700 करोड़ रुपये के अटारी ड्रग मामले में सात आरोपियों के खिलाफ NIA की चार्जशीट