बगदाद: दिनों दिन बढ़ती जा रही जुर्म और घटनाओं की कहानी आज थमने का नाम ही नहीं ले रही है. हर तरफ केवल तवाही का मंज़र नज़र आ रहा है. और कही न कही से हर रोज कोई ऐसा मामला सामने आ ही जाता है जो रोह को पूरी तरह से हिला देता है. वहीं आज भी लोगों के दिलों में एक ही सवाल है कि क्या हम अपने घरों में सुरक्षित है भी या नहीं. वहीं हाल ही में इराक के हाई सिक्‍योरिटी एरिया में हमला हुआ है. राजधानी बगदाद के ग्रीन जोन में अमेरिकी दूतावास के पास कम से कम दो रॉकेट दागे गए हैं. एक इराकी सुरक्षा सूत्र ने एएफपी को बताया कि रॉकेट का लक्ष्य अमेरिकी दूतावास प्रतीत होता है, क्‍योंकि जहां रॉकेट गिरा वहां से कुछ सौ मीटर की दूरी पर दूतावास का परिसर है. जानकारी के लिए हम बता दें कि बता दें कि पिछले साल अक्‍टूबर से अब तक इराक में स्थित विदेशी सेना, विदेशी सेना के ठिकानों और दूतावासों को निशाना बनाते हुए यह 26वां हमला किया गया है. बगदाद की रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रीन ज़ोन में रॉकेट गिराये गये, लेकिन इससे कोई नुकसान नहीं हुआ है. इस हमले की जिम्‍मेदारी अभी तक किसी आतंकी संगठन ने नहीं ली है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इराकी सेना ने कुछ दिनों पहले भी मिलिट्री बेस पर हमले की जानकारी दी था. ये हमला नाटो सैनिकों की तैनाती की जगह पर हुआ था. हालांकि, इस हामले में भी किसी की जान नहीं गई थी. जंहा यह भी कहा जा रहा है कि इस बीच इराक में कोरोना वायरस का संकट भी मंडरा रहा है. इराक मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में कहा कि नए मामलों में राजधानी बगदाद में 9, सुलेमानीया में 6, कर्बला में 4 और नजफ, एरबिल और मुथन्ना में दो-दो और बसरा, किरकुक और दिवानियाह प्रांत में एक-एक मामला सामने आया है. एक बयान के मुताबिक देश में अब तक कुल 346 मामलों की पुष्टि की गई है, जिनमें से 29 की मौत हो गई है. ज़िम्बाब्वे में भी कोरोना का प्रकोप, चुनावी गतिविधियां हुईं निलंबित लॉकडाउन के बाद भी नहीं थमा मिस्त्र में मौत का कहर न्यूयॉर्क के गवर्नर का बड़ा बयान, कहा- सोशल डिस्‍टेंसिंग' से धीमा पड़ रहा है कोरोना वायरस