हमारे देश में आजकल बलात्कार काफी आम घटना हो गई. जिस तरह से एक समय देश में चोरी और लूट की घटनाएं सुनने को मिलती थी, ठीक उसी तरह अभी बलात्कार की घटनाएं सुनने को मिलती है. वहीं तरह-तरह के न्यूज चैनल में भी इस बात की बहस सुनने को मिलती रहती है, लेकिन अंत में इस बहस से मिलने वाला आउटपुट जीरो ही निकलता है. आइए समझते है आखिर ऐसा क्या किया जाना चाहिए जिससे बलात्कार की इन घटनाओं को कम किया जा सकता है. बलात्कार की इन घटनाओं में दो चीजें महत्वपूर्ण है, जहाँ अगर हम सुधार कर लेते है तो हो सकता है, यह घटनाएं भविष्य में कम सुनने को मिले. सेक्स इन एजुकेशन: हमारे देश में सेक्स एक ऐसा शब्द बन चूका है, जो सिर्फ गलियों तक ही सिमित है, माँ और बहन की गाली देने के बाद हम इस शब्द का शायद न के बराबर करते है, लेकिन असल में देखा जाए तो सेक्स कोई गलत शब्द नहीं है, न ही कोई ऐसा शब्द जो किसी और के सामने कहने में कोई शर्म महसूस हो. फिर आखिर ऐसा क्या है, जो हम इस शब्द का इस्तेमाल करने से कतराते है. असल में सेक्स को गलियों से बाहर अगर ज्ञान की दृष्टि से देखा जाए तो इस पर एक लम्बा बातचीत होना जरुरी है. साथ ही बच्चों से लेकर बड़ो तक कॉलेज और स्कूल में इन विषयों पर स्टूडेंट्स को पढाई कराई जानी चाहिए. कड़ी सजा: हमारे देश में वैसे तो कई राज्यों में रेप केस को लेकर फांसी की सजा का प्रावधान है. लेकिन अभी तक रेप केस में कोई ख़ास सजा किसी को अभी तक मिल नहीं पाई है. आज से 5 साल पहले दिल्ली का दामिनी गैंग रेप इसका उदाहरण है. देश में अगर रेप केस में कड़ी सजा दी जाए तो शायद इन चीजों पर काबू पाया जा सकता है. (यह लेखक के स्वयं के व्यक्तिगत विचार है) जो मां की नहीं वो भाजपा की क्या.... मप्र सरकार, पहुंची कंगाली की कगार ! द ग्रेट खली चाहते है युवा यह खास नशा कर