भारत के सबसे तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार गेंद को चमकाने के लिए थूक के प्रयोग पर लगे प्रतिबंध से खुश नहीं हैं. उन्होंने बोला कि इंटरनेशल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) को इसका विकल्प जल्द लाना चाहिए. गेंद को स्विंग कराने के लिए गेंदबाज को बॉल चमकाने की आवश्यकता होती है. इससे पहले जसप्रीत बुमराह भी यही बात कह चुके हैं. हाल ही में इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने कोरोनावायरस के कारण मैच के दौरान बॉल को चमकाने के लिए लार के प्रयोग पर रोक लगा दी है. हर टीम को एक पारी में दो बार चेतावनी दी जाएगी. तीसरी बार में पेनाल्टी के तौर पर बल्लेबाजी करने वाली टीम के खाते में 5 रन जोड़ दिए जाएंगे. स्पिनर्स को भी आवश्यकता होगी: भुवनेश्वर ने एक वेबिनार में कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि बॉल को चमकाने के लिए आईसीसी कोई आर्टिफिशियल वस्तु लेकर आएगी. आपको इसकी सबसे ज्यादा आवश्यकता तब होगी, जब इंग्लैंड जैसी स्विंग कंडिशन में बॉलिंग करेंगे. स्पिनर्स को भी इसकी बहुत आवश्यकता होगी.’’ बल्लेबाजों को पूरा लाभ मिलेगा: बुमराह: बुमराह ने बोला था, ‘‘थूक का प्रयोग गेंद पर नहीं होने से खेल पूरी तरह बदल जाएगा. इसका पूरा लाभ बल्लेबाजों को ही मिलेगा. पहले ही मैदान छोटे व विकेट सपाट होते जा रहे हैं. ऐसे में गेंदबाजों को थूक की स्थान बॉल को चमकाने के लिए कोई व विकल्प मिलना चाहिए ताकि स्विंग या रिवर्स स्विंग मिल सके. ’’ भुवनेश्वर ने कहा- आईसीएल जरूर होना चाहिए: तेज गेंदबाज ने कहा, ‘‘इस वर्ष आईपीएल को जरूर होना चाहिए. क्रिकेट व आर्थिक तौर पर दोनों के लिए यह लीग बेहद महत्वपूर्ण है.’’ इस वर्ष कोरोना के कारण आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है. यह टूर्नामेंट 29 मार्च से होना था. बीसीसीआई टी-20 वर्ल्ड कप टलेगा या नहीं, इस पर आईसीसी के निर्णय का इंतजार कर रहा है. यदि वर्ल्ड कप नहीं होता है, तो उसकी स्थान अक्टूबर-नवंबर में आईपीएल कराया जा सकता है. मुकाबला बराबर का होना चाहिए: भारत के सीनियर तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा व स्पिनर युजवेंद्र चहल ने भी बॉल को चमकाने के लिए थूक के प्रयोग पर प्रतिबंध को गलत बताया था. ईशांत ने बोला था- ‘‘यदि हम रेड बॉल (टेस्ट मैच में) को चमकाएंगे नहीं, तो वह स्विंग नहीं होगी. यदि स्विंग नहीं मिलेगी, तो बल्लेबाजों के लिए बॉल खेलना बहुत ज्यादा सरल हो जाएगा. मेरा मानना है कि मुकाबला बराबर का होना चाहिए, न कि पूरा मैच बल्लेबाजों के पक्ष में करना चाहिए.’’ बॉल ड्रिफ्ट नहीं होने से बल्लेबाजी करना सरल होगा: वहीं, स्पिनर युजवेंद्र चहल ने बोला था, ‘‘जब आप बॉल को चमकाने लिए थूक जैसी नेचुलर वस्तु का प्रयोग करते हैं, तो इससे तेज गेंदबाज को स्विंग व स्पिनर्स को ड्रिफ्ट कराने में मदद मिलती है. यदि एक स्पिनर के तौर पर मैं मैच के दौरान बॉल को ड्रिफ्ट नहीं कराउंगा, तो प्लेयर्स के लिए बल्लेबाजी करना बहुत ज्यादा सरल हो जाएगा.’’ आज ही के दिन सचिन ने पूरे किए थे 15 हजार रन किसी एक्ट्रेस से कम नहीं है हरलीन देओल इस शख्स ने 196 देशों में मैराथन दौड़कर बनाया अनोखा विश्व रिकॉर्ड