सुरक्षा बलों ने सोमवार को छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में सुरक्षा बलों के साथ कथित बंदूक लड़ाई में भाकपा (माओवादी) की दो महिला कैडरों की हत्या कर दी। पुलिस ने कहा कि दोनों महिला विद्रोही सामूहिक रूप से अपने सिर पर 7 लाख रुपये का नकद पुरस्कार ले रही थीं। शाम करीब 5:30 बजे कुआकोंडा पुलिस थाने के तहत आने वाले कलईपाल और काकरी गांवों के बीच बंदूक की लड़ाई हुई। करीब आधे घंटे तक चली मुठभेड़ में उस समय हड़कंप मच गया जब गश्त कर रही टीम जंगल से निकल रही थी। मौके से एक पिस्तौल और एक थूथन-लोडिंग बंदूक के साथ दो महिलाओं के शव बरामद किए गए। मारे गए महिला में से एक की पहचान आयते मंडावी के रूप में हुई, जो माओवादी मलंगीर क्षेत्र समिति के सदस्य और इलाके के खुफिया प्रमुख के रूप में सक्रिय थी। उसने सिर पर 5 लाख रुपये का इनाम रखा था। दूसरे विद्रोही की पहचान उसी इकाई में एक खुफिया विंग के सदस्य विजजे मरकाम के रूप में की गई जो अपने सिर पर 2 लाख रुपये का इनाम रख रहा था। भाजपा में शामिल होने के लिए कांग्रेस के ये दो विधायक निष्कासित विधानसभा में पेश होगा बोडो को सहयोगी आधिकारिक भाषा बनाने के लिए बिल ओडिशा के पुरी में भी नहीं होगा कोई 'जीरो नाइट' सेलिब्रेशन