मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले, पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने गुट शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) में अनुशासन बनाए रखने के लिए बागी नेताओं के खिलाफ कड़ा कदम उठाया है। उन्होंने पांच नेताओं को पार्टी से बाहर कर दिया है, क्योंकि ये नेता पार्टी और महाविकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए खड़े हुए थे। उद्धव ठाकरे ने भिवंडी पूर्व के विधायक रूपेश म्हात्रे, विश्वास नांदेकर, चंद्रकांत घुगुल, संजय अवारी और प्रसाद ठाकरे को पार्टी से निष्कासित किया है। पार्टी ने पहले ही इन नेताओं को चेतावनी दी थी कि यदि वे अपना नामांकन वापस नहीं लेते, तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। बावजूद इसके, इन नेताओं ने नामांकन वापस नहीं लिया। सूत्रों की जानकारी के अनुसार, महाविकास अघाड़ी के कुल 14 बागी उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। हालांकि, कांग्रेस ने अपने सात बागी नेताओं को मना लिया और उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया है। एमवीए और महायुति गठबंधन के नेता भी नामांकन वापसी की अंतिम तिथि तक बागी नेताओं को मनाने की कोशिशों में जुटे रहे। मुंबई में बोरीवली सीट से गोपाल शेट्टी और अंधेरी ईस्ट से स्वकृति शर्मा ने अपने नामांकन वापस ले लिए हैं। वहीं, माहिम सीट से शिंदे गुट के वर्तमान विधायक सदा सरवनकर ने नामांकन वापस लेने से इंकार कर दिया है। इस सीट से मनसे प्रमुख राज ठाकरे के बेटे, अमित ठाकरे, पहली बार चुनाव मैदान में उतरे हैं, जबकि शिवसेना (यूबीटी) से महेश सावंत प्रत्याशी हैं। ना फोन, ना दरबार-चौपाल..! धमकियों के बाद पप्पू यादव का टाइम-टेबल क्यों बदल गया ? MUDA घोटाले में घिरा 'सिद्धा' परिवार..! पत्नी-साले को हाईकोर्ट ने किया तलब 'कनाडा से बात करे मोदी सरकार..', मंदिरों पर हमले के बाद बोले सीएम भगवंत मान