मुम्बई : बीएमसी चुनाव में भाजपा से अलग होकर चुनाव लड़ रही शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को बीजेपी पर बीजेपी के दिवंगत अध्यक्ष बंगारू लक्ष्मण से जुड़े वर्ष 2001 का ‘रिश्वत’ मुद्दा उठाते हुए निशाना साधा. बता दें कि बीजेपी ने बृहन्मुंबई महानगर पालिका चुनावों में ‘पारदर्शिता’ को मुख्य विषय बनाया है. भाजपा पर तंज कसते हुए उपनगर भांडुप में एक चुनावी रैली को संबोधित कर उद्धव ने कहा कि जिस पार्टी का अध्यक्ष रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया उसे शिवसेना से शासन में पारदर्शिता की मांग नहीं करनी चाहिए. ठाकरे ने कहा कि (बंगारू) लक्ष्मण का रिश्वत लेना अपारदर्शी शासन का केवल एक मामला नहीं है.यह कहकर उन्होंने भाजपा पर अपरोक्ष रूप से कई संकेत दे दिए. आपको याद दिला दें कि भाजपा के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष लक्ष्मण बंगारू एक स्टिंग ऑपरेशन में एक रक्षा सौदे को आगे बढाने के लिए कथित तौर पर एक लाख रूपये की रिश्वत लेते हुए कैमरे पर पकड़े गये थे. अप्रैल 2012 में सीबीआई अदालत ने उन्हें दोषी ठहराते हुए चार साल की सजा सुनाई थी. उनका मार्च 2014 में हैदराबाद में निधन हो गया था. राम मंदिर और समान नागरिक संहिता पर भाजपा दे रही धोखा BJP ने ऐसा समर्थक खो दिया जिसने गुजरात दंगो के बाद भी मोदी का समर्थन किया