मुंबई: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है। जबकि, कांग्रेस ने प्रचंड बहुमत के साथ जीत दर्ज की है। इसको लेकर महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने ख़ुशी जाहिर की है। उन्होंने अपनी पुरानी सहयोगी पार्टी भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि देश मे एकाधिकारशाही और तानाशाही को पराजीत करने की शुरुआत कर्नाटक चुनाव से हो चुकी है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि कर्नाटक के लोगों ने जो समझदारी भरा फैसला लिया है, उसके लिए उनका अभिनदंन। कर्नाटक चुनाव ने देश की राजनीति को नई दिशा और उम्मीद की नई किरण दिखाई है। ठाकरे ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस की जीत हुई है। जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की जोर जबर्दस्ती से हथियाई सत्ता को कनार्टक की जनता ने निडरता से उखाड़कर फेंक दिया। इस दौरान उद्धव ने कहा कि, कर्नाटक चुनाव में इस दफा हिन्दू-मुस्लिम, बजरंगबली, हिजाब जैसे धार्मिक मुद्दे काम नहीं आए, वहीं कांग्रेस ने जनता के सवालों और मुद्दों पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। ठाकरे ने कहा कि 2024 लोकभा चुनावों के जीत की ये शुरुआत है। इसके साथ ही उन्होंने अपनी गठबंधन सहयोगी कांग्रेस के प्रमुख नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को बधाई दी है। वहीं, कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार ने कहा कि कर्नाटक के चुनाव में पीएम मोदी समेत भाजपा के अन्य नेता कहा करते थे कि 100 फीसद उनकी पार्टी सत्ता में आएगी। हालांकि, अभी जो नतीजे सामने आए हैं, उसके अनुसार, कर्नाटक की जनता ने कांग्रेस जबरदस्त समर्थन मिला है। बता दें कि, इस चुनाव में कांग्रेस ने 224 सीटों में से 136 पर जीत हासिल करते हुए पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं। वहीं, भाजपा को इस बार मात्र 65 सीटों पर संतोष करना पड़ा। दोनों दलों के वोट शेयर की बात करें, तो भाजपा को पिछली बार की ही तरह 36 फीसदी वोट मिला, लेकिन उसकी सीटें 104 से 65 पर आ गईं हैं। वहीं, मात्र 7 फीसदी वोट शेयर बढ़ने से कांग्रेस की 70 सीटें बढ़ गईं। शिवसेना में क्यों पड़ी थी फूट ? बालासाहेब ठाकरे से जुड़ी है बात, जानें 2019 से अब तक की पूरी कहानी 'उद्धव ने खुद इस्तीफा दिया, हम कुछ नहीं कर सकते..', सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद शिंदे सरकार बरक़रार यूपी में पहली बार भाजपा की 'ट्रिपल इंजन' सरकार, आखिर कर्नाटक में कहाँ हुई चूक ?