मुंबई: मंगलवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपने आवास 'मातोश्री' पर पूर्व विधायकों की मीटिंग में बड़ा खुलासा किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उन्हें फ़ोन किया था तथा द्रौपदी मुर्मू के समर्थन की अपील की थी। किन्तु उनके फोन उठाने पर उन्होंने जिस प्रकार से अभिवादन किया, उससे वह भड़क गए थे। उन्होंने कहा कि राजनाथ सिंह ने मुझे फ़ोन कर 'अस्सलाम वालेकुम' बोला। वही इस पर मैंने ऐतराज व्यक्त किया तथा कहा कि भले ही हम महाविकास अघाड़ी के साथ सरकार में आ गए हैं, किन्तु हिंदुत्व नहीं छोड़ रहे है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि ऐतराज जताने के पश्चात् राजनाथ सिंह ने 'जय श्री राम' बोला और फिर आगे बात की। उन्होंने बैठक में यह भी कहा कि राजनाथ सिंह जैसे वरिष्ठ नेता की तरफ से ऐसी भाषा का उपयोग करने पर मुझे हैरानी हुई। कहा जा रहा है कि कांग्रेस एवं NCP के साथ मिलकर महाविकास अघाड़ी बनाने पर हमला बोलते हुए राजनाथ सिंह ने ऐसा कहा होगा। उद्धव ठाकरे ने 2019 में NCP एवं कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई थी, जो एकनाथ शिंदे गुट की बगावत तक ढाई वर्ष तक चली। उस सरकार के गठन के पश्चात् से ही शिवसेना पर हिंदुत्व से समझौते के इल्जाम लगते रहे हैं। बीजेपी की तरफ से शिवसेना पर हिंदुत्व से समझौते को लेकर हमले किए जाते रहे हैं। हिंदी भी ठीक से नहीं पढ़ पाए तेजस्वी यादव, नेटिजेंस ने जमकर उड़ाई खिल्ली, Video 'वजन कम करो तेजस्वी..', पीएम मोदी की सलाह सुन लालू के बेटे ने दिया ऐसा रिएक्शन AAP ने राघव चड्ढा को बनाया पंजाब सरकार का सलाहकार, हाई कोर्ट में दी गई चुनौती