अपनी आवाज से लोगों के दिलों पर राज करते है उदित नारायण

बॉलीवुड के तमाम सितारों के लिए अपनी मधुर आवाज से बड़े पर्दे पर रोमांटिक सुरों का साज छेड़ने वाले गायक उदित नारायण को कौन नहीं जानता है वह हमेशा ही अपने गानों के चलते चर्चाओं में बने रहते है वहीं वह का आज अपना जन्मदिन मना रहे है। उदित ने बॉलीवुड की तमाम मूवी में सुपरहिट गाने गाये हैं। उन्होंने मैथिली के अलावा तेलुगु, तमिल, हिंदी, मलयालम, कन्नड़, ओडिया, नेपाली, भोजपुरी, बंगाली सहित कई अन्य भाषाओं में भी गाने गए चुके है।   किसके साथ गाया था पहला हिंदी गाना: खबरों का कहना है कि उदित नारायण झा एक प्रसिद्ध भारतीय पार्श्वगायक के रूप में भी जाने जाते है। वे इंडिया और नेपाल में एक प्रख्यात गायक के रूप में जाने जाते हैं। वर्ष 2009 में इंडियन गवर्नमेंट ने उन्हें पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया। पद्म भूषण से 2016 में,उन्होंने 4 राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीते हैं। हालांकि, शुरुआत में उदित को बॉलीवुड प्लेबैक सिंगर के तौर पर काफी संघर्ष का भी सामना करना पड़ जाता है। उदित ने अपना पहला हिंदी गाना मोहम्मद रफी के साथ गाया था। उनकी आवाज में वो जादू है कि हर कोई उनकी गायकी का दीवाना है। उदित काफी छोटी उम्र से ही गाना गाने लगे थे। उदित की मातृभाषा मैथिली हैं और वो बिहार के मिथिलांचल इलाके से हैं। उदित का ननिहाल इंडिया के बिहार राज्य में है और वही पर उनका जन्म हुआ था।

नेपाली गाने से की थी सिंगिंग की शुरुआत: मशहूर इंडियन प्लेबैक सिंगर उदित नारायण बीते 44 वर्षों से बॉलीवुड के साथ कई भाषाओँ में अपनी आवाज भी दे चुके है। सुरों के बादशाह उदित ने हिंदी ही नहीं बल्कि मलयालम, तेलुगू, कन्नड़, तमिल, बंगाली, उड़िया, भोजपुरी, नेपाली, असमी और मैथिली भाषाओं में गाया है। उदित ने नेपाली मूवी से अपनी सिंगिंग करियर को शुरू किया। इस मूवी का नाम था ‘सिंदूर’। जिसके उपरांत वर्ष 1978 में उदित नारायण मुंबई आ गए थे। उदित ने फिल्म ‘उन्नीस-बीस’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया था, लेकिन, उनकी किस्मत आमिर खान की मूवी से बदली।

'पापा कहते है बड़ा नाम करेगा': उदित नारायण ने आमिर खान की मूवी ‘कयामत से कयामत तक’ का ‘पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा’ गाना गया था। यह गाना सुपरहिट साबित हुआ। इस गाने के उपरांत उदित नारायण के पास कई ऑफर आने लग गए। इस गाने के वजह से उन्हें पहली बार सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक का फिल्मफेयर अवार्ड मिला था। उदिता ने अपने सिंगिंग करियर में लक्ष्मीकांत प्यारेलाल, आनंद-मिलिंद, नदीम-श्रवण, अनु मलिक, जतिन ललित, हिमेश रेशमिया, ए आर रहमान, आदि महान प्रतिभाशाली  संगीत निर्देशकों के साथ काम भी किया है।

उदित और आदित्य: साल 1985 में उदित नारायण ने नेपाली फोक सिंगर दीपा से शादी की। दीपा से उन्हें एक बेटा आदित्य नारायण हुआ खबरों का कहना है कि आदित्य भी अपने पिता की तरह प्लेबैक सिंगर हैं। उदित नारायण ने सिंगिंग के अलावा एक्टिंग में अपनी हाथ आजमाया हैं। साल 1985 में रिलीज हुई नेपाली फिल्म ‘कुसुमे रुमाल’ में उन्होंने एक्टिंग की थी। जिसके साथ साथ उदित नारायण ने इस फिल्म के सभी गाने भी गाये थे। यह मूवी  हिट साबित हुई थी। वहीं, यह नेपाली फिल्म इंडस्ट्री से ऑल टाइम क्लासिक मूवीज में से एक है।

सुरों के सरताज कैसे बने स्टार: खबरों का कहना है कि उदित नारायण ने 'उड़ जा काले कांवा', 'हम साथ-साथ हैं', 'घनन घनन', 'ऐसा देश है मेरा' और 'ये बंधन तो' जैसे सुपरहिट गानों के लिए मशहूर हैं। एक इंटरव्यू के बीच उदित को फिल्म 'डर' के लिए साथ गाना गाने के उपरांत लता मंगेशकर ने उन्हें 'प्रिंस ऑफ प्लेबैक सिंगिंग' का टाइटल दिया था। 

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