ब्रिटिश पीएम थेरेसा ने वाशिंगटन और देश के वरिष्ठ मंत्रियों की सुरक्षा चेतावनी के बावजूद मंगलवार को ब्रिटेन में 5जी नेटवर्क लांच करने में चीनी कंपनी हुवावे से मदद लेने का फैसला किया है. इस कंपनी को गैर आंतरिक ढांचा तैयाार करने के लिए हरी झंडी दे दी है. इसके तहत वो एंटीना आदि का निर्माण करेगी. मीडिया रिपोर्ट से ये जानकारी बुधवार को मिली. प्रंधानमत्री के इस कदम से लगता है कि वे देश मे जल्द ही 5 जी सुविधा लाना चाहती है. BSNL अपने यूजर को मात्र Rs 53 रु में दे रहा बहुत अधिक डाटा, ये है वैधता राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की खुद थेरेसा अध्यक्ष हैं. फिर भी उन्होंने सुरक्षा चेतावनियों को नजरंदाज करते हुए संचार क्षेत्र में चीनी कंपनी को सीमित पहुंच सुनिश्चित कर दी है.गृह मंत्री साजिद जाविद, विदेश मंत्री जेरेमी हंट रक्षा मंत्री गैविन विलियमसन अंतरराष्ट्रीय व्यापार मंत्री लियानफॉक्स,अतंराराष्ट्रीय विकास मंत्री पेनी मॉरडुएंट ने सुरक्षा कारणों से चीनी कंपनी हुवावे को काम देने पर आपत्ति जाहिर की थी. हालांकि इस पर कोई प्रतिक्रिया देने से डाउनिंग स्ट्रीट ने मना कर दिया है. Vivo V15 की कीमत में हुई भारी कटौती, इतना मिल रहा डिस्काउंट अमेरिका ने अपनी सीमा में इससे पहले हुवावे की 5जी प्रौद्योगिकी पर प्रतिबंध लगाया था. और अपने मित्र देशों जैसे ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, कनाडा, न्यूजीलैंड से भी कहा था.वे भी अपने यहां इस कंपनी को प्रवेश नहीं दें. हालांकि हुवावे अगली पीढ़ी के 5जी मोबाइल नेटवर्क के लिए अग्रणी उपकरण निर्माता है. ये नेटवर्क यूरोपीय अर्थव्यवस्था के मुख्य क्षेत्रों जैसे उर्जा, परिवहन, बैंकिंग और हेल्थ केयर के लिए बहुउपयोगी साबित हो सकते है. माना जा रहा कि ब्रिटेन अपने इस फैसले पर कायम रहेगा. Gaana बना भारत में सबसे ज्यादा सुना जाने वाला म्यूजिक ऐप, जानिए क्यों Xiaomi LED Bulb को स्मार्टफोन से कर करते है कंट्रोल, ये होगी अन्य खासियत भारतीय बाज़ार में Xiaomi Redmi Y3 and Redmi 7 हुआ पेश, कीमत है बहुत कम