रत्नों का निर्माण मनुष्यों के भाग्योदय के लिए बना है वहीं मणियां देवों के आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए होती हैं. कहते हैं देवों की ये मणियां यदि इंसान के हाथ लग जाएं तो उन्हेंं दुनिया के सबसे समृद्ध इंसान बन सकते हैं- 1-उलूक मणि के बारे में कहते हैं कि यह उल्लू के घोंसले में पाई जाती है. हालांकि अभी तक इसे किसी ने देखा नहीं है. यह किंवदंती है कि किसी अंधे व्यक्ति को यदि घोर अंधकार में ले जाकर द्वीप प्रज्वलित कर उसकी आंख से इस मणि को लगा दें तो उसे दिखाई देने लगता है. कहते हैं इसे पाने के बाद धन-धान्य की कोई कमी नहीं रहती. 2-नीलमणि के बारे में कहा जाता है जिस भी इंसान को यह मणि मिल जाए उसके जीवन में भूमि, भवन, वाहन और राजपद का सुख होता है. असली नीलमणि या नीलम से नीली या बैंगनी रोशनी निकली है, जो दूर तक फैल जाती है. कहते हैं कि नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर में असली ‘नीलमणि’ रखी हुई है. 3-नागमणि सिर्फ नागों के पास ही होती है. नागमणि का रहस्य आज भी अनसुलझा हुआ है. पुराणों के अनुसार भगवान कृष्ण का भी इसी तरह के एक नाग से सामना हुआ था. कहते हैं भगवान शेषनाग नाममणि धारण करते हैं. भारतीय पौराणिक और लोक कथाओं में नागमणि के किस्से प्रचलित हैं. 4-पुराणों के अनुसार कौस्तुभ मणि समुद्र मंथन के समय प्राप्त 14 मूल्यवान रत्नों में से एक थी. यह बहुत ही कांतिमान मणि है. यह मणि जहां भी होती है, वहां किसी भी प्रकार की दैवीय आपदा नहीं होती. यह मणि हर तरह के संकटों से रक्षा करती है. माना जाता है कि समुद्र के तल या पाताल में आज भी यह मणि पाई जाती है. पीपल के ग्यारह पत्ते ख़त्म कर देगे पैसो की तंगी