नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने एक विवादास्पद बयान दिया है। इस दौरान उनका कहना था कि बलात्कारियों को तब तक पीटा जाना चाहिए जब तक उनकी चमड़ी उधड़ नहीं जाती। उनका कहना कि महिलाओं के प्रति अपराध करने वालोें के पास मानवाधिकार नहीं हो सकता है। वे मानव नहीं होते हैं। केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा कि ऐसे लोगों को रत्तीभर भी रहम का अहसास नहीं है जो कि महिलाओें के साथ गलत कार्य कर रहे हैं उनका दावा था कि यदि उन्हें अवसर मिले तो फिर दोषियों को कड़ी सजा दी जा सकती है। उन्होंने मध्यप्रदेश की मुख्यमंत्री रहते हुए अपने द्वारा उठाए गए कड़े कदमों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने दोषियों के विरूद्ध आवश्यक कार्रवाई की और इसके लिए वे हर तरह के दंड का सामना करने के लिए तैयार हैं। गंगा नहीं मोदी सरकार का मुद्दा-उमा भूजल बोर्ड में काम नहीं होने से भड़की उमा 10 साल तक रिमोट से चली मनमोहन सरकार: उमा