भोपाल: पंजाब-हरियाणा के किसान दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में पिछले काफी दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता उमा भारती ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि किसानों का गुस्सा जायज है, लेकिन सरकार उनकी बात मानने को राजी है. किसानों को सरकार से शांति से बात करनी चाहिए और उसे को मौक़ा देना चाहिए. मध्य प्रदेश के दतिया में उमा भारती ने किसान आंदोलन पर बेबाकी से अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि किसानों का आक्रोश जायज है क्योंकि किसान लम्बे समय से उपेक्षा सह रहे हैं. किसानों की जो भी समस्याएं हैं, केंद्र के लोगों के संग बैठकर अपनी बात रखनी चाहिए. उमा भारती ने आगे कहा कि किसानों की मांगें बेहद कम होती हैं, ऐसे में उनका समाधान किया जा सकता है. किन्तु किसानों को सरकार की बात सुननी चाहिए, इस प्रकार किसी को कष्ट नहीं देना चाहिए. यदि कुछ ही किसान जाकर केंद्र से बात करेंगे तो मुश्किल का समाधान निकल जाएगा. हमारे देश में किसान को कर्जदार नहीं, कर्ज देने वाला होना चाहिए. आपको बता दें कि बीते लगभग एक सप्ताह से दिल्ली-एनसीआर इलाके में किसानों का हल्ला बोल जारी है. ऐसे में भाजपा के किसी बड़े नेता का इस तरह बयान पहली बार आया है. किसान आंदोलन पर कांग्रेस की मांग- आज ही तीनों ‘काले कानूनों’ को निलंबित करने का ऐलान करें प्रधानमंत्री अब शिवसेना की हुईं उर्मिला मातोंडकर, कांग्रेस की टिकट पर लड़ा था 2019 का लोकसभा चुनाव जो बाइडेन की टीम में शामिल हुईं एक और भारतीय, नीरा टंडन को बजट विभाग का जिम्मा