उमरकोट: रविवार को नबरंगपुर जिले में निर्माणाधीन बीजू सेतु के कंक्रीट स्लैब गिरने से एक श्रमिक की जान चली गई जबकि छह अन्य घायल हो गए। जिले के उमरकोट इलाके में तालापदर के पास शाम को यह हादसा हुआ, जहां ग्रामीण विकास विभाग द्वारा पुल निर्माण का कार्य किया जा रहा था। सोमवार को सूर्यबेडा ग्रामीण वर्क्स डिवीजन के अधीक्षण अभियंता, प्रदीप जेना ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि हादसे के पीछे कमजोर कारण होने का संदेह है, जबकि आगे की जांच के बाद हादसे के सही कारण का पता लगाया जा सकता है। रविवार को लगभग 4.55 बजे ग्रामीण निर्माण विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महेंद्र माली की निर्माणाधीन बीजू सेतु की स्लैब गिरने से मौत हो गई। हादसे में संतोष भोई (32), रमेश भोई (5) और प्रकाश तंदी (50) के रूप में पहचाने गए तीन मजदूर भी घायल हो गए। क्षेत्र के स्थानीय लोगों ने घटना के पीछे कारणों के रूप में निर्माण के दौरान निराशा और कथित हीन काम और सुरक्षा उपायों का अनुचित रखरखाव व्यक्त किया। घटना के बाद नबरंगपुर के कलेक्टर अजीत कुमार मिश्रा, एसपी प्रहलाद सहाय मीणा मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। विकास आयुक्त प्रदीप जेना ने कलेक्टर को इस संबंध में एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। क्वालिटी कंट्रोल टीम के साथ इंजीनियर जेना मामले की प्रारंभिक जांच के लिए आज साइट पर पहुंचे। टीम ने मामले की आगे की जांच के लिए केंद्र के डिजाइनों का निरीक्षण किया। किसान आंदोलन: सुप्रीम कोर्ट ने की समिति बनाने की पेशकश, किसान बोले- हमें मंजूर नहीं... राजस्थान में सियासी उथलपुथल जारी, वसुंधरा के बाद अब सामने आया पूनिया समर्थकों का मोर्चा 25 जनवरी तक नहीं होगी कंगना रनौत की गिरफ्तारी