संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त कार्यालय (ओएचसीएचआर) द्वारा कश्मीर में मानवाधिकार पर जारी की गई पहली रिपोर्ट पर गुरूवार को भारत में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इसे 'भ्रामक, पक्षपातपूर्ण व प्रायोजित' करार दिया. एक सवाल का जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा,' भारत रिपोर्ट को खारिज करता है. यह भ्रामक, पक्षपातपूर्ण व प्रायोजित है. हमारा सवाल ऐसी रिपोर्ट प्रकाशित करने की मंशा को लेकर है.' उन्होंने कहा, 'इसमें बहुधा बगैर जांच-परख के प्राप्त सूचनाओं का चयनित संकलन है. यह बिल्कुल पूर्वाग्रहपूर्ण है और इसमें झूठी कहानी गढ़ी गई है.' बता दें कि जेनेवा से गुरूवार को जारी की गई ओएचसीएचआर द्वारा प्रकाशित 49 पन्नों की रिपोर्ट में बताया गया है कि नियंत्रण रेखा पर मानवाधिकार उन्लंघन को दोनों तरफ से अंजाम दिया गया है. इस रिपोर्ट में सुरक्षा बलों द्वारा किए जा रहे मानवाधिकार के उल्लंघन पर अधिक जोर डाला गया है. संयुक्त मानवाधिकार उच्चायुक्त जैद राद अल हुसैन ने एक बयान में कहा, 'भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद का राजनीतिक आयाम काफी समय से अहम रहा है लेकिन समय के साथ अंत होने वाला विवाद नहीं है. इस विवाद ने लाखों लोगों को मौलिक मानवाधिकार से महरूम कर दिया है और आज भी लोग पीड़ा झेल रहे हैं.' देखें वीडियो : भारतीय बेटियों की हार पर जमकर झूम रहे थे पुरुष क्रिकेटर International Yoga Day : क्या है योग का सही मतलब शिवपाल यादव ने सीएम योगी को पत्र लिख लगाए भ्रष्टाचार के आरोप