नई दिल्लीः कश्मीर मुद्दे पर दुनिया में हायतौबा मचाने वाला पाकिस्तान भयानक आर्थिक संकट के चपेट में हैं। पाकिस्तान वैसे भी विदेशी मदद पर अधिक निर्भर है। यूएन एक रिपोेर्ट पेश करते हुए कहा कि पाकिस्तान आर्थिक संकट के मध्य में खड़ा है। यूएन की ट्रेड एंड डेवलपमेंट रिपोर्ट 2019 में यह बात कही गई है। यूएन ने कहा है कि चीन और सऊदी अरब से मदद मिलने और आईएमएफ से भारी कर्ज लेने के बाद भी पाकिस्तान आर्थिक संकट के बीच खड़ा हुआ है। अपनी ट्रेड एंड डेवलपमेंट रिपोर्ट 2019 में पाकिस्तान के लिए यूएन ने कहा, 'पाकिस्तान आर्थिक संकट के बीच खड़ा है। वहां विकास की दर आधी ही रह चुकी है। पेमेंट्स का बेलेंस बहुत खराब स्थिति में है। रुपये में जबरदस्त गिरावट आ चुकी है और बाहरी कर्ज बहुत बड़ा है व लगातार बढ़ रहा है। यूएन की इस रिपोर्ट में बताया गया है कि पाकिस्तान का सालाना राजकोषीय घाटा साल 2018-19 के लिए बढ़कर 8.9 फीसद हो गया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि यह आंकड़ा पिछले 30 सालों में सबसे उच्च स्तर पर है। बता दें कि राजकोषीय घाटा सरकार के राजस्व और व्यय के बीच का अंतर होता है। किसी भी देश का बढ़ता हुआ राजकोषीय घाटा उसकी खराब आर्थिक स्थिति को व्यक्त करता है। बता दें कि पाकिस्तान चीन,अमेरिका और खाड़ी देशों के भारी वित्तीय मदद पर निर्भर है। स्मार्टफोन खरीदने के लिए लोन देगी यह मोबाइल कंपनी, 100 शहरों में शुरू होगी योजना भारत में 100 अरब डॉलर का निवेश करेगा ये मुस्लिम देश, इन क्षेत्रों में होगी भागीदारी अब प्लास्टिक नहीं, बल्कि बांस की बोतल में पीजिए पानी, जल्द होने वाली है लांच