नई दिल्ली : कर्नाटक में अपनी बीजेपी पार्टी की सरकार गिरने के बाद कांग्रेस-जदएस गठबंधन पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि ऐसे 'अपवित्र गठबंधन' द्वारा बनी सरकार के ज्यादा लंबे समय तक चलने की संभावना नहीं है. शाह ने भाजपा द्वारा विधायकों की खरीद-फरोख्त करने के आरोपों को नकार दिया. बता दें कि येद्दयुरप्पा सरकार के पतन के बाद पहली प्रतिक्रिया में अमित शाह ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी ने किसी तिकड़म का सहारा नहीं लिया. परिणाम से ही पता चलता है कि हमने खरीद-फरोख्त नहीं की. राज्य की जनता ने कांग्रेस को उखाड़ फेंकने का जनादेश दिया. यह भाजपा के तो पक्ष में है लेकिन सिद्दरमैया सरकार के खिलाफ है. उन्होंने विधायकों की खरीद-फरोख्त पर कांग्रेस पर पूरा अस्तबल ही खरीदने का आरोप लगाया.उन्होंने सवाल किया कि क्यों विधायकों को बंद करके रखा गया. दूसरे राज्य में ले जाकर होटल में ताले लगाकर रखा गया. उल्लेखनीय है कि 'मोदी सरकार के चार साल' विषय पर आयोजित कॉन्क्लेव में अमित शाह ने दावा किया कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 2014 से भी बड़ी जीत हासिल करेगी .जो काम 70 साल में नहीं हुआ वह मोदी सरकार ने चार साल में कर दिखाया.उन्होंने राहुल गांधी के भ्रष्टाचार से जुड़े आरोपों पर गंभीरता से नहीं लेने की बात कही. यह भी देखें कर्नाटक: सोमवार को नहीं होगा कुमारस्वामी का शपथ ग्रहण समारोह कर्नाटक: 55 घंटे के लिए CM रहे येदियुरप्पा, अब कुमारास्वामी संभालेंगे सत्ता