नई दिल्लीः केंद्र सरकार ने कुछ वक्त पहले देश के दस सरकारी बैंकों को विलय करने की घोषणा की थी। सरकारी क्षेत्र की इन बैंकों को विलय कर बैंको की संख्या चार करना है। इसी के तहत यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में आंध्रा और कॉर्पोरेशन बैंक का विलय किया जाएगा। बैंक के बोर्ड ने इसकी मंजूरी दे दी है। इसके अलावा बैंक बोर्ड ने मौजूदा वित्त वर्ष में बैंक में 17,200 करोड़ रुपये डालने की भी मंजूरी दे दी है। सोमवार को हुई यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के निदेशक मंडल की बैठक में ये फैसले लिये गए। यह जानकारी बैंक ने खूद शेयर मार्केट को दी है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 30 अगस्त को पब्लिक सेक्टर के दस बैंकों का एकीकरण कर चार बैंक बनाने की घोषणा की थी। बैंक ने कहा कि बोर्ड ने बैठक के बाद आंध्रा बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक के यूनियन बैंक में विलय को मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही बैंक ने बताया कि बोर्ड ने बैठक के दौरान चालू वित्त वर्ष में बैंक में 17,200 करोड़ रुपये की पूंजी निवेश की संशोधित योजना को भी मंजूरी देने का भी फैसला लिया है। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने शेयर मार्केट को बताया कि इसमें से 13,000 करोड़ रुपये इक्विटी पूंजी के माध्यम से और 4,200 करोड़ रुपये अतिरिक्त टियर एक-टियर दो बांडों के जरिये डाले जाएंगे। इसके अलावा बैंक ने यह भी बताया कि उसके बोर्ड ने सरकार को तरजीही आवंटन के जरिये इक्विटी शेयर जारी कर 13,000 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाने की मंजूरी दे दी है। इसके लिए अन्य नियामकीय मंजूरियां हासिल की जानी हैं। बता दें कि सरकार के इस फैसले की काफी आलोचना भी हो रही है। घर के नवीनीकरण के लिए बजाज फिनसर्व Personal Loan के साथ अपने घर को दें एक नया रूप पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हुई बढ़ोतरी, जानें नई कीमत बैकों का विलय देशहित में, वित्त सचिव का बयान