जम्मू: जम्मू-कश्मीर के कटरा में मौजूद माता वैष्णो देवी मंदिर के भवन में रात 2 से 3 बजे के मध्य भगदड़ के चलते 12 व्यक्तियों की जान चली गई। 13 लोग घायल हुए हैं। 2 से तीन व्यक्तियों की स्थिति गंभीर है। गौरतलब है कि इस हादसे के पश्चात् से मंदिर में सुरक्षा व्यवस्थाओं को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। घटना को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री नित्यानंद ने बताया कि गेट नंबर तीन पर जिस प्रकार भीड़ जुटी उससे ढलान पर भगदड़ मच गईं। उन्होंने बताया कि वहां कतार में खड़े कुछ युवाओं में बहस हो गई। तत्पश्चात, लोग एक पर एक गिरे और माहौल बिगड़ता गया। उन्होंने भीड़ के प्रबंधन को लेकर कहा कि नीचे से तो लोगों को ठीक तरीके से भेजा जा रहा था मगर ऊपर पहुंचकर हालात बिगड़े। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी इस पूरे मामले पर स्वयं निगरानी बनाए हुए हैं। दूसरी तरफ एलजी जम्मू-कश्मीर के दफ्तर ने बताया कि भगदड़ की हाई लेवल इंवेस्टिगेशन के आदेश दे दिए गए हैं। इस जांच समिति की अध्यक्षता प्रधान सचिव (गृह) करेंगे, जिसमें एडीजीपी, जम्मू एवं मंडलायुक्त, जम्मू सदस्य होंगे। वहीं केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि कोरोना दिशा-निर्देश होने के बावजूद लोग माने नहीं और भीड़ लगाई। विशेष रूप से युवा लोग तो बिलकुल नहीं समझते। गौरतलब है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने दुर्घटना में मारे गए व्यक्तियों के परिवार वालों के प्रति संवेदना व्यक्त की है तथा घायलों के हर संभव उपचार का निर्देश दिया है। पीएम ने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिवार वालों को पीएम राष्ट्रीय राहत कोष से 2-2 लाख रुपये तथा चोटिलों को 50 हजार रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, 'माता वैष्णो देवी भवन में मची भगदड़ में व्यक्तियों की मौत से अत्यंत दुखी हूं। नए साल पर आमजन को बड़ा तोहफा! LPG सिलेंडर के दामों में हुई भारी गिरावट, जानिए नया भाव नववर्ष पर पसरा मातम! पिकअप वैन-ट्रक में हुआ खतरनाक हादसा, 6 लोगों की गई जान 'मैं दो कौड़ी के लोगों का नाम नहीं लेता।।' जब राहत इंदौरी ने अटल जी को लेकर कही थी भद्दी शायरी