मुंबई: उद्योगपति रतन टाटा के निधन के बाद भारत रत्न देने की मांग उठ रही है। उनके निधन पर विभिन्न क्षेत्रों से लोग, जैसे उद्योगपति, राजनेता और खिलाड़ी, शोक जता रहे हैं। इस संदर्भ में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने मीडिया के साथ एक पुरानी याद साझा की, जिसमें उन्होंने रतन टाटा के प्रति अपनी भावनाएं व्यक्त कीं और बात करते समय भावुक भी हो गए। गोयल ने याद दिलाया कि जब रतन टाटा एक बार उनके घर नाश्ते के लिए आए थे, तब उन्होंने साधारण इडली, सांभर और डोसा का आनंद लिया। गोयल ने कहा कि, उन्होंने इस नाश्ते की अत्यधिक प्रशंसा की, उनके पास दुनिया के बेहतरीन शेफ होने के बावजूद, वे सरलता की कद्र करते थे। टाटा ने नाश्ते परोसने वाले के प्रति भी दयालुता दिखाई। गोयल ने बताया कि जब टाटा उनके घर से जा रहे थे, तो उन्होंने बहुत प्रेम से उनकी पत्नी से पूछा कि क्या वह उनके साथ एक तस्वीर लेना चाहेंगी। यह उनकी विचारशीलता का एक उदाहरण था, जिसने उन्हें रतन टाटा जैसा महान व्यक्ति बना दिया, जिसे 140 करोड़ भारतीयों और पूरी दुनिया ने प्यार किया। उन्होंने आगे कहा कि रतन टाटा बहुत संवेदनशील थे और उन्होंने टाटा समूह को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित किया। उनका व्यक्तित्व परोपकारी था, और कोविड महामारी के दौरान उन्होंने बिना किसी शर्त 1500 करोड़ रुपये दान करने का निर्णय लिया, जिससे देश को महामारी से लड़ने में मदद मिली। गोयल ने यह भी कहा कि रतन टाटा ने व्यापार को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया और टाटा समूह को एक ऐसा उदाहरण बनाया, जिससे पता चलता है कि एक उद्योग कैसे ईमानदार व्यवस्थाओं के साथ विकसित हो सकता है और अंतरराष्ट्रीय मंच पर जा सकता है। रतन टाटा का अंतिम संस्कार मुंबई के वर्ली श्मशान घाट पर किया जाएगा। एक बयान में कहा गया कि उनका पार्थिव शरीर शाम 4 बजे अंतिम यात्रा के लिए निकलेगा। तालिबान से बचकर अमेरिका में ली शरण, फिर वहां 'जिहाद' करने लगा नासिर अहमद, गिरफ्तार सीएम मोहन यादव की सुरक्षा में बड़ी चूक, पुलिस अधिकारी पर गिरी गाज भोपाल में संजय राउत के खिलाफ FIR, लाड़ली बहना को लेकर कही थी ये बात